औरंगाबाद।शहर के इंडोर स्टेडियम में बिहार बैडमिंटन एसोसिएशन के बैनर तले जिला बैडमिंटन एसोसिएशन के द्वारा 1 जून से लेकर 5 जून तक चल रहे ली निंग बिहार स्टेट जूनियर रैंकिंग बैडमिंटन टूर्नामेंट का आज यानी रविवार को आयोजित क्वार्टर और सेमी फाइनल का खिलाड़ियों ने आयोजकों द्वारा किए गए बदसुलूकी एवं बदतर व्यवस्था का आरोप लगाकर बहिष्कार कर दिया और जमकर हंगामा किया।
इस टूर्नामेंट में बिहार के लगभग 21 जिलों से आए प्रतिभागी आएं हुए हैं।हंगामा कर रहे खिलाड़ियों ने रहने की व्यवस्था घटिया होने का आरोप लगाया और कहा कि सभी खिलाड़ियों ने अपनी रात सड़क पर गुजारी है।इन्होंने कहा कि पहले इंट्री फी 750 थी लेकिन अब बढ़ाकर एक हजार कर दिया गया।मगर उसके अनुरूप न रहने की और न खाने की व्यवस्था दी गई।यहां भाग लेने आए कई खिलाड़ी राष्ट्रीय स्तर तक खेल का प्रदर्शन कर बिहार का नाम रौशन किया है।
लेकिन यहां होटल से रात में ही निकाल दिया गया और खिलाड़ियों पर ही पीकर हंगामा करने का आरोप लगाया।जबकि हकीकत है कि ठहरने की व्यवस्था सही नही थी और गर्मी से सभी खिलाड़ी परेशान थे।बस उसी की शिकायत पर आधी रात में ही होटल से निकल दिया गया।ऐसी परिस्थिति में खिलाड़ी न तो क्वाटर फाइनल में भाग लेंगे और न ही सेमी फाइनल में।टूर्नामेंट का बहिष्कार कर रहे खिलाड़ियों ने कहा कि बिहार बैडमिंटन एसोसिएशन द्वारा लगातार हर टूर्नामेंट में खिलाड़ियों के साथ दुर्व्यवहार किया जाता है और रहने खाने की व्यवस्था बदतर दी जाती है। वही स्थिति यहां भी लागू हुई।
इधर टूर्नामेंट के बहिष्कार के बाद आयोजकों द्वारा मान मनौव्वल का दौर जारी था। इस मामले में एसोसिएशन के प्रेसिडेंट लक्ष्मी गुप्ता ने बताया कि सभी खिलाड़ियों के रहने के लिए अलग अलग होटल बुक किए गए थे जिसमे से एक होटल में वोल्टेज की कमी के कारण एसी नही चल पा रहा था जिससे खिलाड़ियों को काफी परेशानी हुई।लेकिन जानकारी मिलते ही रात्रि 12 बजे ही दूसरे होटल की व्यवस्था की गई मगर कुछ अन्य बातों को लेकर खिलाड़ियों को स्टेट से नाराजगी थी और उन्होंने दूसरे होटल में जाने से इंकार कर दिया।श्री गुप्ता ने बताया कि टूर्नामेंट को शुरू करने की कवायद की जा रही है और नाराज हुए खिलाड़ियों को मानने का प्रयास किया जा रहा है।