छात्र-छात्राएं अपना भविष्य को लेकर हुए चिंतित
रांची।झारखण्ड विश्वविद्यालय के विभिन्न महाविद्यालयों में नामांकित राज्य के छात्र- छात्राओं का भविष्य अंधकार मय बना हुआ है. सवाल ज्ञान प्राप्त करने का भी है और डिग्री का भी है. दो साल के स्नातक (बीएड) का कोर्स दो साल में भी पूरा नहीं हो पा रहा है.. इससे छात्र परेशान रह रहे हैं. ऐसे में हजारों-हजार छात्रों को भविष्य में मिलने वाली डिग्री भी सवालों के घेरे में रहेगी.
जहां पर छात्र छात्राओं ने अपने विश्वविद्यालय प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए है। छात्रों का कहना है कि इस बार एग्जाम भी लेट हुई है और परिणाम भी अब तक घोषित नहीं किया जा रहा है यूनिवर्सिटी को बच्चों की भविष्य की चिन्ता बिल्कुल भी नहीं है।छात्रों का कहना है कि जब समय अनुकूल रिजल्ट ही नहीं आएगा तो उनका भविष्य बर्बाद हो जाएगा ।
विगत कुछ वर्षों से सरकारी नौकरी का फॉर्म नहीं आ रहा था लेकिन अब उन्हें एक मौका मिला है जहा वो अपने करियर बना सकते है परंतु परिणाम घोषित न होने से वो बहुत सारे परीक्षा से वंचित हो रहे है।
अभी बिहार सरकार की ओर से टीचर की बहाली बीपीएससी tre 2.0 निकाली गई है जिसकी अंतिम तिथि 25 नवंबर 2023 रखा गया है परंतु परिणाम घोषित न हो ने से वो इस बहली से वंचित हो रहे है जब की बहुत सारे बच्चों का फॉर्म भर कर भी सारी प्रायोगित परीक्षा से वंचित हो रहे है , झारखण्ड पीजीटी भर्ती में भी परिणाम घोषित न होने से बहुत से छात्र छात्रा परेशान है।
छात्रों का कहना है कि वो विश्विद्यालय जा जा कर परेशान हो चुके है लेकिन उनका सुनने वाला कोई नहीं है।वूमेंस टीचर ट्रेनिंग कॉलेज बरियातू की छात्रा लवली और मधु उरांव से बात चीत के दौरान यह बताया गया कि वो विश्विद्यालय के इस रवैया से बेहद प्रभावित है और नाराज है साथ ही साथ अपने करियर को लेकर परेशान भी है परंतु उनकी सुनने वाला कोई नही है।
अगर परिणाम घोषित एक सप्ताह के दौरान नही होता है तो ये लोग बहुत सारे परीक्षा से वंचित हो जाएंगे।और बिहार सरकार से गुहार लगाई है की फॉर्म का डेट बढ़ाया जाए।