राजेश मिश्रा
आधुनिक परिपेक्ष में अक्सर देखा जा रहा है कि सेवानिवृत होने के बाद लोग अपने मन के ऊपर इतनी ज्यादा बोझ ले बैठते हैं की चिंता से पूरी तरह से अपने आप को बीमार कर बैठते हैं।
उन्हें लगता है कि सेवानिवृत्ति के बाद आगे की जिंदगी कैसे कटेगी क्योंकि अचानक बेतन में कमी फिर घर पर बैठ जाना उन्हें गंभीर चिंता सताने लगती है। यह उनके सेहत के लिए ठीक नहीं है।
इस मुद्दे पर 72 वर्षीय योग शिक्षक तालकेश्वर पाठक नें खबरी चाचा को दिए गए साक्षात्कार में बताया कि सेवानिवृत्ति के बाद अपने आप को ज्यादा व्यस्त रखें ताकि अनर्गल बातें की तरफ ध्यान ही ना जाए सीधी भाषा में कहे तो अपने आप को हमेशा किसी न किसी कार्य में लगाए रखें। योग को बनाए जीवन साथी सुबह और शाम योग जरूर करें इससे आपका मन स्वच्छ एवं प्रसन्न रहेगा क्योंकि सेवानिवृत्ति के बाद अचानक आपके पास समय ज्यादा होती है।
ऐसे में खाली समय में मन में नकारात्मक बातें आने लगती है। इसे बचने का प्रयास करें और जीवन जीने के लिए हमेशा सकारात्मक बातों पर ध्यान दें। इसे सहर्ष स्वीकार करें सेवानिवृत्ति एक प्रक्रिया है जो की कार्य करने वाले सभी कर्मियों को एक न एक दिन इससे गुजरना होता है।
अपने उम्र के लोगों को दोस्त बनाएं सुबह एवं संध्या समय मॉर्निंग वॉक के दौरान एक दूसरे से वार्तालाप करें घर की उलझनों से हमेशा दूर रहें।भजन कीर्तन का आनंद ले सामाजिक संगठन से जुड़कर युवकों को समाज हित के लिए अच्छे कार्य के लिए प्रेरित करें।
अपनों के साथ समय बिताएं, पोते पोतियो को स्कूल बस तक जरूर छोड़ें एवं स्कूल से आने पर उन्हें लाने भी जाए अपने उम्र के साथियों से प्रतिदिन वार्तालाप जरूर करें तभी सेवा निवृत्ति के बाद स्वस्थ जीवन का आनंद ले सकेंगे।