औरंगाबाद: जिला अग्निशमन विभाग की टीम के द्वारा शुक्रवार को बिहार अग्निशमन सेवा दिवस के अवसर पर सप्ताह के पहले दिन सदर अस्पताल में मॉक ड्रिल कर लोगों को आग से बचाव के विभिन्न तरीकों की जानकारी दी गयी। अग्निशमन विभाग के पदाधिकारी विनय कुमार के नेतृत्व में विभाग के कर्मियों ने सदर अस्पताल परिसर में मॉक ड्रिल किया। इस दौरान अस्पताल कर्मियों व लोगों को आग से बचाव के तरीके बताए गए। बिजली के शार्ट सर्किट, गैस सिलेंडर व अन्य कारणों से लगने वाली आग से बचाव के अलग-अलग तरीकों की विस्तार पूर्वक जानकारी दी गई। अग्निशमन पदाधिकारी विनय कुमार ने बताया कि विभाग की ओर से अस्पताल कर्मियों के साथ-साथ आम लोगों को आग से बचाव के प्रति जागरूक किया गया।
आग लगने पर सूझबूझ से बुझाए आग: अग्निशमन विभाग के अधिकारी कुंदन कुमार ने प्रैक्टिकल तरीके से जानकारी दिया। आग लगने पर किस तरीके से काबू पाया जा सकता है उसके लिए सभी को प्रत्यक्ष रूप से दिखाया और बताया। उन्होंने बताया कि उसके लिए सबसे ज्यादा जरूरी हिम्मत ही है। अगर आपके पास हिम्मत है तो आप सूझ बूझ से आग पर काबू पा सकते है। इस दौरान स्वास्थ्यकर्मियों को ट्रेनिंग दी गयी। बताया कि अगर आग लग जाती है तो घबराए नही हिम्मत से काम ले।
सदर अस्पताल के कर्मियों को दिया गया प्रशिक्षण: उन्होंने बताया कि अग्निशमन सेवा की ओर से अग्निशमन सेवा दिवस 14 से 20 अप्रैल तक मनाया जा रहा है। विभिन्न दिवसों पर आज इसका प्रथम दिन है। जिसमें विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है ताकि हम लोगों को इस विषय में जागरूक कर सकें। इसमें सबसे पहला चरण सदर अस्पताल औरंगाबाद से प्रारंभ किया गया है। सदर अस्पताल में मरीजों की भीड़-भाड़ ज्यादा रहता है मरीज भर्ती रहते हैं। जिसके लिए यहां पर अग्निशमन व्यवस्थाओं की काफी ज्यादा जरूरत है ताकि आग लगने पर मरीजों को बचाया जा सके और साथ ही साथ अग्नि से सुरक्षा के जागरूकता को यहां पर प्रसारित किया जा सके।
स्वास्थ्यकर्मियों को बड़े पैमाने पर प्रशिक्षण की जरूरत: सदर अस्पताल प्रबन्धक हेमन्त राजन ने बताया कि अग्निशमन सेवा दिवस के अवसर पर विशेष रूप से टीम को बुलाकर हमारे स्वास्थ्यकर्मियों को, सुरक्षा कर्मियों को ट्रेनिंग दिया गया। कभी कभी ऐसा होता है कि आग लगने पर दहशत की स्थिति हो जाती है जिससे भगदड़ मच जाता है। ऐसा कई बार सदर अस्पताल में हुआ भी है। उसे लिए सभी को बेहद पैमाने पर प्रशिक्षण की जरूरत है जिससे सभी लोगो को जानकारी हो सके। इस दौरान सभी लोगो को बेहतर तरीके से प्रशिक्षण दिया गया और उपस्थित लोगों को जागरूक किया गया।
कार्यक्रम में ये लोग रहे मौजूद: इस दौरान सिविल सर्जन रवि भूषण श्रीवास्तव, उपाधीक्षक डॉ सुनील कुमार, डाटा ऑपरेटर मंटू कुमार, सुधीर वर्मा, सुलेखा कुमारी, रामाशंकर यादव, अरुण कुमार, राहुल कुमार, झारूमती कुमारी, वीरेंद्र कुमार आदि मौजूद थे।