पटना पालीगंज से राहुल कुमार
बिहार पटना पालीगंज में चंद्रशेखर आजाद की शहादत दिवस पालीगंज के चंढौस हाई स्कूल के परिसर में स्थापित चबूतरा पर शहादत समारोह का आयोजन किया। इस समारोह की अध्यक्षता समाजसेवी डॉ राजकिशोर प्रसाद सिंह ने की शुरुआत में चंद्रशेखर आजाद की तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी उसके बाद मौके पर उपस्थित छात्रों ने क्रांतिकारी देशभक्ति गीत की प्रस्तुति की।
शहादत समारोह को संबोधित करते हुए एस यू सी आई (कम्युनिस्ट) के पटना जोन प्रभारी सूर्यकर जितेंद्र ने कहा कि जिस सपने को लेकर चंद्रशेखर आजाद अपनी शहादत दी थी, आजादी के 76 साल बाद भी अधूरा है। वे समाज में गरीबों, मजदूरों, किसानों की पीड़ा को महसूस किया था। अंग्रेजों के अत्याचार को देखा था। इसीलिए उन्होंने क्रांतिकारी रास्ते को चुना। देश की स्वतंत्रता संग्राम दो हिस्सों में विभक्त था, समझौतावादी और गैर समझौतावादी। शहीद चंद्रशेखर आजाद गैर समझौतावादी धारा के सशक्त प्रतिनिधि थे। वे समाजवाद में विश्वास ही नहीं बल्कि अपने देश में समाजवाद कायम करना चाहते थे।
वे समझ पाए थे कि जब तक देश में मजदूरों का राज यानी समाजवाद कायम नहीं होगा, तब तक मजदूर, किसानों, गरीबों और आम जनता को समस्याओं से मुक्ति नहीं मिलेगी। आज लोगों को शिक्षा नहीं मिल रही है। इलाज का अभाव है। बेरोजगारी अपने चरम पर है, महंगाई चरम पर है।
समारोह को सेवानिवृत शिक्षक कृष्ण देव प्रसाद सिंह, सामाजिक कार्यकर्ता विश्वनाथ प्रसाद, नागेश्वर मिस्त्री, सुरेंद्र शर्मा सहित अन्य लोगों ने भी संबोधित किया।