पटना सिटी,रोटरी क्लब ऑफ़ पटना सिटी द्वारा होली मिलन समारोह का आयोजन बेलवरगंज स्थित गिरिराज उत्सव पैलेस में मनाया गया
बड़ी संख्या में रोटेरियन सदस्यों की उपस्थिति ने कार्यक्रम में रंग लाया । रंग – गुलाल के इस महापर्व में रोटरी पटना सिटी के सभी सदस्य अपने परिवार के साथ एक – जुट हो कर इस महापर्व को मनाने का कार्य किया वहीं रोटरी में 5 नए सदस्यों ने सदस्यता ग्रहण किया।
कार्यक्रम के संयोजक रो राजेश बल्लभ उर्फ़ मुन्ना यादव ने सभी सदस्यों एवं अतिथियों का स्वागत करते हुए सभी को होली की ढेर सारी बधाई एवं शुभकामनाएँ दिया।
कार्यक्रम में रोटरी पटना सिटी के अध्यक्ष रो रवि शंकर प्रीत , सचिव रो अश्वनी राज उर्फ़ पिंकु मेहता , रो बिजय कुमार यादव , रो राज कुमार राजन , रो कृष्ण कुमार यादव , रो शशि शेखर रस्तोगी, रो अनंत अरोड़ा, रो राज कुमार नाहर, रो विश्वजीत कुमार , रो रमेश प्रसाद सहित कई समाजसेवी भी उपस्थित रहे।
[23/3, 21:45] Priyadarshi Kishor: दाउदनगर थाने में राजद नेता ने उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी पर प्राथमिकी दर्ज करने का दिया आवेदन,अपमान और ठेस पहुंचाने व आचार संहिता उलंघन का लगाया आरोप लगा दिया।
रोहिणी आचार्य लालू प्रसाद यादव को लेकर उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी द्वारा दिए गए बयान के बाद राजनीतिक सरकार में तेज हो गई है. एक ओर जहां एक राजद नेता ने प्राथमिकी दर्ज करने के लिए शनिवार को दाउदनगर थाना में आवेदन दिया है।
वहीं दूसरी तरफ राजद नेताओं द्वारा उनके वक्तव्य की निंदा की जा रही है.गोरडीहा पंचायत की मुखिया कौशल्या देवी के प्रतिनिधि राजद नेता नागेंद्र सिंह ने थाना को दिए गए आवेदन में कहा है कि उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने लालू प्रसाद यादव और उनकी बेटी रोहिणी आचार्य के विरुद्ध आपत्तिजनक बातें कहीं है,जिससे समाज में नारी जाति एवं पिता पुत्री के पवित्र संबंध को बदनाम करने की कोशिश की गई है
उन्होंने कहा है कि राज्य के इस बड़े संवैधानिक पद पर बैठकर ऐसी बात करने से समाज की भावनाओं को ठेस पहुंचा है.स उन्होंने कहा है कि उपमुख्यमंत्री की इस ओछी बात से समाज का ताना-बाना बिगड़ने का खतरा है और समाज बहुत व्यथित है.आवेदन में कहा गया है कि उपमुख्यमंत्री ने जानबूझकर ऐसा बोला है, जिससे पिता पुत्री का संबंध शर्मसार हुआ है।
यह भाषा महिलाओं को जानबूझकर अपमानित करने वाला है.उन्होंने यह भी कहा कि उनके वक्तव्य सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है जो आईटी एक्ट के प्रावधानों के विरुद्ध है।