रोहतास जिला के बिक्रमगंज क्षेत्र से है। बिहार में किसी आपराधिक वारदात को अंजाम देने के लिए उत्तर प्रदेश से पहुंचे डेढ़ दर्शन से अधिक अपराधियों को बिहार की पुलिस ने हथियार के साथ पकड़ लिया है। पकड़े गए सभी अपराधियों को जेल भेज दिया गया है। रोहतास पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि बिक्रमगंज के शिव ग्रैंड होटल में कुछ लोग हथियार के साथ रुके हुए हैं।
इस सूचना के सत्यापन पर जब कार्रवाई की गई तो होटल के अलग-अलग कमरों में यूपी से आकर रुके 18 लोग सहित कुल 23 व्यक्तियों को पकड़ा गया। इन लोगों के पास से दो ऑटोमेटिक राइफल तथा 6 जिंदा कारतूस भी बरामद हुए हैं। पुलिस बरामद हथियारों के लाइसेंस की सत्यापन कर रही है। पकड़े गए लोगों में ज्यादातर मिर्जापुर, आजमगढ़ तथा वाराणसी के लोग हैं।
संभवत: किसी स्थानीय अपराधी ने इन सभी को किसी वारदात को अंजाम देने के लिए बुलाया था। लेकिन समय रहते पुलिस को इसकी सूचना मिल गई तथा सभी को पकड़ लिया गया। सुचना मिली है कि उन लोगों के पास से शराब भी मिले हैं। लेकिन फिलहाल इस पर पुलिस कुछ नहीं कह रही है।
इन लोगों के पास से तीन स्कॉर्पियो, एक फॉर्च्यूनर गाड़ी भी मिले है। पकड़ा गया जितेंद्र सेठ तथा अरविंद कुमार साव मिर्जापुर का है, जबकि सुनील कुमार, राजेंद्र कुमार आजमगढ़ का है। बिल्लू राम, अजीत कुमार सिंह गाजीपुर का रहने वाला है। साथ ही बिक्रमगंज थाना क्षेत्र के दुर्गाडीह का रहने वाला अमित कुमार चौबे तथा मठिया गांव के धनजीत सिंह भी गिरफ्तार हुए हैं।
चंदौली के सुनील यादव, मिर्जापुर के अमित सिंह, बनारस का सर्वेश रघुवंशी, मिर्जापुर का नीरज यादव, बनारस का अमित तिवारी, वीरेंद्र कुमार भी पकड़ा गया है। शैलेश मोहन कश्यप मिर्जापुर का ही रहने वाला है। जबकि कृष्ण कुमार बनारस के चौबेपुर थाना का रहने वाला है। उसकी भी गिरफ्तारी हुई है। अब सवाल उठता है कि हथियार के साथ ये सब बिहार में किस वारदात को अंजाम देने पहुंचे थे। फिलहाल पुलिस इस पर कुछ भी कहने से बच रही है।
क्या कहते हैं बिक्रमगंज के थानाध्यक्ष
थानाध्यक्ष ललन कुमार ने बताया की गिरफ्तार सभी लोगों को न्यायिक हिरासत में भेजा गया.सभी पर आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है.गिरफ्तार लोगों में 17 बाउंसर शामिल है जो सभी उत्तर प्रदेश के है