पटना के भेटनरी कॉलेज मैदान में आयोजित ‘‘भीम संसद’’ कार्यक्रम की सफलता के लिए भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी ने आज अपने फेसबुक लाइव के माध्यम से कार्यक्रम में शामिल लोगों और बिहार की जनता को धन्यवाद दिया।
मंत्री अशोक चौधरी ने हृदय से धन्यवाद देते हुए कहा कि बाबा साहब डॉ भीमराव अम्बेडकर ने कहा था कि ‘‘शिक्षित बनो, संगठित रहो और संघर्ष करो’’। समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्तियों, दलितों, पिछड़ों, अति पिछड़ों के विकास एवं उन्हें समाज की मुख्य धारा में शामिल करने के लिए राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं बाबा साहब डॉ भीम राव अम्बेडकर के विचारों के ध्वजवाहक, हमारे नेता श्री नीतीश कुमार ने अपने 18 वर्षों के कार्यकाल में जो समानता की बात की है और जिस तरह से पंचायती राज व्यवस्था से लेकर हर जगह सामाजिक, राजनैतिक और आर्थिक रूप से दलितों, महादलितों, पिछड़ों और अति पिछड़ों को सबल बनाने का काम किया है।
माननीय नेता ने लगातार पिछले 18 वर्षों में इन समुदाय के लोगों को सामाजिक, राजनैतिक और आर्थिक रूप से सबल बनाने हेतु योजनाओं का निर्माण किया है एवं उसे धरातल पर उतारा है। इन्हीं योजनाओं के अंतर्गत माननीय नेता ने इस प्रदेश में पंचायती राज्य व्यवस्था को सशक्त कर उसमें अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति एवं महिलाओं की अहम भूमिका को सुनिश्चित किया जिसका नतीजा है कि ‘‘भीम संसद’’ के मंच से बोध गया के मुशहर समाज के लोकप्रिय मुखिया श्री साधु मांझी, रोहतास के डोम समुदाय के लोकप्रिय जनप्रतिनिधि श्री शिवशंकर डोम तथा भागलपुर के दलित समाज कि महिला जिला पार्षद् श्रीमती सोनी रजक ने माननीय नेता को सम्मानित कर अपना अभार प्रकट किया। हम सभी ने मिलकर माननीय नेता के इन्हीं पुनित कार्यों को जन-जन के बीच बताया है।
श्री चौधरी ने कहा कि ‘‘भीम संसद’’ कार्यक्रम के माध्यम से केन्द्र की दलित विरोधी सरकार को चेतावनी देने का हमनें काम किया है साथ ही साथ बाबा साहेब के पदचिन्हों पर चलने वाले, दलितों के मसीहा हम सबके माननीय नेता श्री नीतीश कुमार जी के हाथों को भी मजबूती प्रदान किया है। पिछले कई दिनों से हम सभी ने जिलों-जिलों में घूम-घूमकर, मीडिया के माध्यम से माननीय नेता श्री नीतीश कुमार जी के मनोबल को बढ़ाने के लिए, हमारे आने वाली पीढ़ी के उज्ज्वल भविष्य के लिए एकजुटता दिखाई है वह बहुत ही सराहनीय है।
श्री चौधरी ने आगे कहा कि हमारी पार्टी के माननीय मंत्री श्री सुनील कुमार जी, मंत्री श्री रत्नेश सदा जी, बिहार राज्य महादलित आयोग के अध्यक्ष श्री संतोष निराला जी, बिहार राज्य महादलित आयोग के सदस्य श्री अरूण मांझी जी, सदस्य श्री राम नरेश राम जी, बिहार राज्य महादलित आयोग के सदस्य ललन भुइयां जी, बिहार राज्य महादलित आयोग के सदस्य श्यामबिहारी राम जी, श्री हुलेश मांझी जी, श्री रूबेल रविदास जी सहित बहुत से साथियों ने अपना समर्थन और स्नेह दिया।
श्री चौधरी ने कहा कि जब हम किसी भी कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार करते है तब उसकी सफलता का विभिन्न रूप से स्व-मूल्यांकन करते है। इस कार्यक्रम में मैंने और मेरे साथियों ने पाया कि हमारी सोच से कहीं ज्यादा इस प्रदेश की जनता माननीय नेता से प्रभावित है और उनसे अत्याधिक स्नेह करती है।
श्री चौधरी ने अपने संदेश में बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने के लिए संकल्पित होने का अनुरोध किया और कहा कि विशेष राज्य का दर्जा या विशेष पैकेज बिहार के उन 94 लाख लोगों के लिए है जो आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग से है। जिसमें अनुसूचित जाति/ जन जाति के 43 प्रतिशत, अति पिछड़ा 33 प्रतिशत और सवर्ण समाज के 23 प्रतिशत लोग हैं। खासकर इस प्रदेश में अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति की आबादी लगभग 10 प्रतिशत है और विशेष राज्य के दर्जा या पैकेज से इनके लिए योजनाएं बनाने में माननीय मुख्यमंत्री को सहुलियत होगी तथा इन समुदाय के लोगों का भविष्य उज्ज्वल होगा।
श्री चौधरी ने कहा कि वे भारतीय जनता पार्टी के नेताओं से आग्रह करते हैं कि यदि उनलोगों को इन समुदाय के लोगों के प्रति संवेदना हो तो इस मुहिम में एक अच्छे विपक्ष की तरह हमारा साथ दें।