नीतीश कुमार ने बिहार को फिर लालू-राबड़ी राज में लौटाया,सुशील कुमार मोदी 

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तेजस्वी को उत्तराधिकारी घोषित करने के बाद सीएम की मानसिक सेहत ठीक नहीं  

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पटना। पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा कि लालू-राबड़ी का 15 साल का कुशासन खत्म कर 18 साल पहले आज ही के दिन ( 25 नवम्बर) भाजपा के सहयोग से नीतीश कुमार की सरकार बनी थी, लेकिन उन्होंने दो बार पलटी मार कर बिहार को उसी गर्त में पहुँचा दिया, जहाँ से निकल कर यह प्रदेश विकास और सुशासन के राजपथ पर आया था।

श्री मोदी ने कहा कि अब नीतीश कुमार अपनी अंतिम पारी खेल रहे हैं और तेजस्वी यादव को उत्तराधिकारी घोषित करने के बाद से उनका मानसिक स्वास्थ्य भी ठीक नहीं चल रहा है।

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उन्होंने याद किया कि 2005 में एनडीए सरकार बनने के बाद आठ साल तक बहुत अच्छी तरह काम हुआ, जिससे राज्य भर में सड़क-सेतु बनने लगे, नए-नए कालेज-विश्वविद्यालय खुले और 70 हजार से ज्यादा अपराधियों की गिरफ्तारी के साथ मंगल राज स्थापित हुआ था।

श्री मोदी ने कहा कि आज भी मुख्यमंत्री जब कुछ देर के लिए मानसिक दबाव से बाहर रहते हैं, तब स्वयं लोगों से कहते हैं-“याद कीजिए, पहले बिहार में क्या होता था। सड़कों में गड्ढे थे, बिजली नहीं आती थी, अपहरण रुटीन क्राइम हो गया था…सब काम हमही न किये।उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार जब तक भाजपा के साथ रहे, तभी तक वे “सुशासन बाबू” रहे और बिहारी होना गौरव की बात हो गई।

श्री मोदी ने कहा कि 2013 से प्रधानमंत्री बनने का सपना उनसे ऐसे-ऐसे फैसले करा रहा है, जिससे बिहार का बड़ा नुकसान हो रहा है। वे जिनके विरुद्ध संघर्ष लेकर सत्ता में आये, फिर उसी लालू प्रसाद के गोड़ पर गिर गए।

उन्होंने कहा कि शराबबंदी लागू करने में फेल होना, जहरीली शराब से मौत की घटनाएँ और बालू-शराब माफिया को संरक्षण देने वाले राजद के दबाव में गलत फैसले कर रहे हैं, जो अतिपिछड़ों, गरीबों पर भारी पड़ रहे हैं।श्री मोदी ने कहा कि बिहार की जनता 2024 में इसका जवाब देगी।

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