पूर्वी चम्पारण जिलान्तर्गत केसरिया स्तूप विश्व का सबसे बड़ा स्तूप है। देशी और विदेशी के साथ स्थानीय पर्यटक बोधगया, राजगीर, नालंदा, वैशाली, लौरिया नंदनगढ़, कुशीनगर आदि बौद्ध स्थलों के भ्रमण को आते हैं, वह केसरिया स्तूप के दर्शन के लिए अवश्य आते हैं।
पर्यटन सचिव श्री अभय कुमार सिंह ने बताया कि वर्तमान में केसरिया स्तूप आने वाले पर्यटकों के अनुभव को और बेहतर बनाने के लिए पर्यटन विभाग, बिहार सरकार निरंतर प्रयासरत है।
इसी के तहत माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार मंगलवार को केसरिया में कई महत्वपूर्ण पर्यटकीय सुविधाओं का उद्घाटन व शिलान्यास करेंगे। इससे यहां आने वाले श्रद्वालुओं को बेहतर पर्यटकीय सुविधा उपलब्ध हो सकेगी तथा पर्यटको की संख्या में वृद्धि होगी।
केसरिया में पर्यटकीय संरचनाओं के निर्माण की परियोजना के अनुसार केसरिया स्तूप के सदृश्य आठ संरचनाओं का निर्माण कराया जाना है। यह मुख्य स्तूप का छोटा स्वरूप होगा, जिसकी आकृति हर प्रकार से मुख्य स्तूप के सदृश्य होगी।
साथ ही मुख्य स्तूप के विलुप्त भाग को भी इस संरचना में निर्माण किये जाने का प्रावधान है। 19.77 करोड़ रुपये की इस महत्वपूर्ण योजना की आधारशिला रखी जाएगी।
मुख्य संरचना के चारो ओर कुल 08 लघु प्रतिकृतियां जिसमें विश्व शांति स्तूप, महाबोधि मंदिर, नालंदा विश्वविद्यालय के भग्नावशेष, अशोक स्तंभ वैशाली, विक्रमशिला, गुरूपा बोध स्थल, बराबर की गुफा एवं सुजाता स्तूप का निर्माण किया जाना है, जो पर्यटकों को बौद्ध वास्तुकला की संपूर्ण झलक देगा, तथा पर्यटकों को इस स्थल पर आने के लिए प्रेरित करेगा।
स्तूप जैसी आकृति के अंदर 45 सीटों वाले सभागार का निर्माण भी इस योजना के तहत प्रस्तावित है, जो उत्तम दर्जे के ऑडियो-विजुअल सिस्टम से आच्छादित होगा। इस संरचना में भगवान बुद्ध से संबंधित लघु वृतचित्र एवं प्रर्दशनी दिखाए जाने हेतु एक प्रर्दशनी हॉल का भी प्रावधान किया गया है। परिसर की आंतरिक सड़क, पार्किंग स्थल एवं परिसर के सौन्दर्यीकरण कार्य भी किये जाने का प्रावधान है।
इसके साथ ही केसरिया स्तूप के निकट मार्गीय सुविधा का निर्माण पर्यटन विभाग द्वारा 6.90 करोड़ रुपये की लागत से कराया गया है। इस योजना का माननीय मुख्यमंत्री मंगलवार को ही उद्घाटन करेंगे। इस योजना का कार्यान्वयन बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम द्वारा कराया गया है। इस योजना के अन्तर्गत टूरिस्ट विजिटर सेंटर एवं कैफेटेरिया, (G+1) भवन का निर्माण कराया गया है।
भूतल पर रिसेप्शन, कैफेटेरिया, किचेन, कियोस्क एवं मैनेजर रूम, प्रथम तल पर आठ अदद रूम एवं हॉल निर्मित है। इसके साथ सुरक्षा प्रहरी रूम, शौचालय, चहारदीवारी, विद्युतीकरण, परिसर का विकास, सड़क, आंतरिक पाथ-वे, पार्किंग इत्यादि के निर्माण के कार्य कराये गए हैं।