नगर निगम के मेयर व पूर्व डिप्टी मेयर ने दिया दावत-ए-इफ्तार, सभी धर्म के लोग हुए शामिल, मेयर ने कहा- गया भाईचारे का शहर

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बोलें मोहन श्रीवास्तव – दावत-ए-इफ्तार का उद्देश्य समाज में सौहार्द और एकता को बढ़ावा देना है

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गया। शहर के गया क्लब में शनिवार की शाम नगर निगम के मेयर डॉ. विरेंद्र कुमार उर्फ गणेश पासवान एवं पूर्व डिप्टी मेयर सह स्टैंडिंग कमेटी के सदस्य डॉ. अखौरी ओंकार नाथ उर्फ मोहन श्रीवास्तव ने दावत-ए इफ्तार का आयोजन किया।

रमजान के पाक महीने में आयोजित इस दावत-ए-इफ्तार में गया शहर के कोने-कोने से सैकड़ों हजारों की संख्या में मुस्लिम समाज के ने शिरकत की और सामूहिक इबादत के साथ रोजा खोला. इफ्तार के बाद रोजे की नमाज अदा की गयी.

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उस दौरान रोजेदारों के साथ-साथ अन्य धर्मों व वर्गों के लोग भी शामिल हुए।

मेयर, पूर्व डिप्टी मेयर सहित सभी रोजेदारों ने प्रदेश, समाज और देश में अमन-चैन, शांति एवं भाईचारे का माहौल कायम रहने की दुआ मांगी.

मेयर- पूर्व डिप्टी मेयर ने सभी रोजेदारों व मेहमानों का गर्मजोशी से स्वागत किया और रमजान के इस पावन अवसर पर प्रदेश में भाईचारा, शांति और समृद्धि की कामना की।

मौके पर मेयर ने कहा कि गया भाईचारे का शहर है। जहां सभी धर्मों के लोग एक साथ रहते हैं. बिना किसी गुस्सा या ग्लानि के गंगा-जमुनी तहजीब का अर्थ हैं. एक ऐसी सांस्कृतिक और सामाजिक संरचना जिसमें विभिन्न धर्मों और संप्रदायों के लोग एक-दूसरे के धर्म का सम्मान करते हैं और एक-दूसरे की खुशियों में शामिल होते हैं।

वहीं पूर्व डिप्टी मेयर मोहन श्रीवास्तव ने कहा कि दावत-ए-इफ्तार का उद्देश्य समाज में सौहार्द और एकता को बढ़ावा देना है। आज इस आयोजन में सभी धर्मों और वर्गो का लोग शामिल होकर एकता का मिसाल पेश की है।

इस अवसर पर जहानाबाद सांसद सुरेंद्र प्रसाद यादव, कांग्रेस नेता उमेर खान, विश्वनाथ यादव, मोती करीमी, मसूद मंजर, अबरार अहमद, अंकुश बग्गा, डॉ. मनोज कुमार सिन्हा, मंजर, वसीम नैयर, डॉ शब्बीर, ओम यादव, शाकिब के अलावा विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता, सामाजिक कार्यकर्ता और बुद्धिजीवी भी मौजूद रहे.

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