राजेश मिश्रा
गया।स्त्री अध्ययन विभाग एवं आईक्यूएसी मगध विश्वविद्यालय, बोध गया के संयुक्त तत्वावधान में दिनांक 07/12/2023 को लैंगिक संवेदीकरण : समय की आवश्यकता शीर्षक पर एक दिवसीय विशिष्ट व्याख्यान का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम की शुरुवात डॉ दीपा रानी, प्रभारी, स्त्री अध्ययन विभाग के स्वागत भाषण से किया गया। प्रो कुसुम कुमारी, पूर्व प्रति-कुलपति, मुंगेर विश्वविद्यालय ने विषय प्रवर्तन किया। कार्यक्रम के संरक्षक मगध विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति प्रो एस पी शाही ने अपने वक्तव्य में स्त्री अध्ययन विभाग को उत्कर्ष पर ले जाने की बात की।
उन्होंने महिला सशक्तितरण हेतु भारत की पूर्व प्रधान मंत्री श्रीमती इंदिरा गाँधी और 1971 के युद्ध के दौरान उनके कुशल नितृत्व का उदाहरण दिया ; साथ ही राजनीती और साहित्य में महिलाओ के विशेष योगदान की बात कही। कुलपति महोदय ने स्त्री अध्ययन को एक्छिक विषय के रूप में पाठ्यक्रम में सम्मिलित करने हेतु प्रयास का आश्वासन दिया।
मुख्य वक्ता, प्रो आशा शुक्ल, पूर्व कुलपति , बी आर आंबेडकर विश्वविद्यालय , मऊ, ने समाज में लैंगिक संवेदीकरण, समता एवं सशक्तिकरण विषय पर अपने विचार व्यक्त किये। उन्होंने बिहार राज्य के विश्वविद्यालयों में स्त्री अध्ययन विभाग को मजबूत करने की बात कही।
इसके अलावा कार्यक्रम के सह-संरक्षक प्रति-कुलपति प्रो बी आर के सिन्हा एवं विशिष्ट अतिथि प्रो आर के शुक्ल ने भी सम्बंधित विषय पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में मगध विश्वविद्यालय के अधिष्ठाता छात्र कल्याण, प्रो ब्रजेश राय; प्रॉक्टर , प्रो उपेंद्र; समाज विज्ञान संकाय के संकायाध्यक्ष, प्रो आर एस जमुआर , आई क्य ए सी समन्वयक , प्रो मुकेश कुमार तथा विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष प्रो एस रिज़वी, प्रो वीरांगना , प्रो पियूष के सिन्हा , प्रो निर्मला कुमारी, प्रो के डी वर्मा ,प्रो मुनीश्वर प्रसाद ,प्रो जे अंजुम एवं शिक्षक डॉ अंजनी घोष , डॉ प्रमोद चौधरी, प्रो शैलेन्द्र एवं अन्य तथा विद्यार्थी उपस्थित थे। कार्यक्रम में मंच सञ्चालन डॉ ममता मेहरा ने किया तथा अंत में धन्यवाद् ज्ञापन डॉ वंदना कुमारी ने किया।