गयाजी डैम को स्वच्छ रखने में सभी का सहयोग है आपेक्षित: जिला अधिकारी डॉ० त्यागराजन एसएम

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गया, 25 फरवरी 2025, ज़िला पदाधिकारी गया डॉ० त्यागराजन एसएम की अध्यक्षता में गयाजी डैम को स्वच्छ एवं निर्मल के साथ साथ जल की उपलब्धता सुनिश्चित कराने के उद्देश्य से समाहरणालय सभागार में बैठक की गई।

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बैठक में विष्णुपद मंदिर प्रबंधकारिणी समिति के पुरोहितों, समाज सेवी व्रिजनन्दन पाठक सहित अन्य पुरोहितों के साथ साथ ज़िला वन पदाधिकारी, नगर आयुक्त एवं गयाजी डैम के कार्यपालक अभियंता विकास कुमार के साथ विचार विमर्श किया गया।

ज़िला पदाधिकारी ने कहा कि गया जी डैम के पानी को मेन्टेन रखने के लिये 4 बड़े बड़े डीप बोरिंग की गई थी, उन सभी बोरिंग को अगले 2 दिनों के अंदर फंक्शनल करवाते हुए चालू करवाये। इसके अलावा जरूरत के अनुसार आकलन करते हुए यदि अतिरिक्त बोरींग की आवश्यकता है तो उसे भी करवाये।

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विदित हो कि गयाजी डैम में मॉनसून की पानी ही जमा होता है। जब तक पीछे से पानी का फ्लो आता है ,उसी पानी को संरक्षित रखा जाता है। डैम के निर्माण के पश्चात माह जुलाई से मार्च तक पानी की कोई दिक्कत नही रहती है, जिससे तीर्थयात्रियों को तर्पण में काफी सहूलियत होती है। माह मार्च ,अप्रैल से पानी सूखने लगता है, इसी को मेंटेन रखने के की नदी में 4 बोरींग किए गए हैं।

डीएम ने कहा कि गयाजी डैम को स्वच्छ रखने में सभी का सहयोग आपेक्षित है, ताकि सालो भर स्वच्छ रह सके। लोगो से अपील किये हैं कि नदी में गंदगी/ मालवा/ कचरा नही फेंके। ये आपकी नदी है, इसे स्वच्छ रखने में सहयोग दे।

गया जी डैम के कार्यपालक अभियंता ने बताया कि डैम को स्वच्छ रखने के की एसओपी बनाये गए हैं। हर वर्ष मई माह में डैम में जमे गाद को सफाई करवाया जाता है। डीएम ने कहा कि गाद की सफाई तय समय पर शुरू हो और मॉनसून के पहले पूरी तरह गाद की सफाई पूर्ण हो जाये, ताकि ज्यादा से ज्यादा पानी जमा हो सके। कार्यपालक अभियंता सिंचाई प्रमंडल गया को निर्देशित किया गया कि डैम से निकले गाद को उपयुक्त दूरी पर ले जाकर के डिस्पोज किया जाए ताकि पुनः नदी में वापस ना आ सके ।

सुरक्षा के दृष्टिकोण से कंट्रोल रूम भी बनाये गए हैं, जो सभी चीजों पर नजर बनाए रखते हैं।

वाटर मेकर मशीन अर्थात डैम में जल कम रहने पर नदी जल को मेन्टेन के लिये बोरींग की गई, उसी पानी से मेन्टेन रखा जाता है।

प्रतिदिन पिंड सामग्री/ पूजन सामग्री डैम में ही प्रवाहित होते हैं, जिसके कारण डैम का पानी दूषित हो रहा है। डीएम ने नगर आयुक्त को कहा कि जाल के माध्यम से पानी मे फेके गए पूजन सामग्रियों को हटवाए। साथ ही घाट की नियमित साफ सफ़ाई की व्यवस्था रखे। जरूरत पड़े तो ब्लीचिंग पाउडर का भी छिड़काव करवाये।

डीएम ने कहा कि ट्यूब टेक्नोलॉजी या अन्य कोई विशेष टेक्नोलॉजी पर विचार करे कि और कैसे डैम के पानी को स्वच्छ और निर्मल रखा जा सके इसके लिये टेक्नोलॉजी टीम से सम्पर्क करने का सुझाव कार्यपालक अभियंता को दिया गया।

डैम के घाट के समीप खाली जगहों पर जिला वन पदाधिकारी के माध्यम से प्लांटेशन करवायी जाएगी।

ज़िला पदाधिकारी ने बताया कि डैम के डाउनस्टीम में फल्गु नदी के बाईं तरफ अतरिक्त 250 मीटर भूमिगत नाले का विस्तार करने का कार्य प्रगति में है, जिसे माह जून 2025 तक पूर्ण करा लिया जाएगा ।

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