राजेश मिश्रा
गया नगर निगम में स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 से संबंधित एक महत्वपूर्ण कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में स्वच्छ भारत मिशन के विशेषज्ञ श्री बी.के. संजय कुमार ने मुख्य वक्ता के रूप में प्रतिभाग किया।
कार्यशाला के दौरान स्वच्छता संबंधी विषयों पर चर्चा करते हुए बताया गया कि सफाई और अतिक्रमण प्रबंधन में जनसहभागिता अत्यंत आवश्यक है। लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करना निगम की प्राथमिकता है, ताकि गया नगर निगम स्वच्छ सर्वेक्षण में उत्कृष्ट स्थान प्राप्त कर सके।
कार्यक्रम में पावरपॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से ठोस अपशिष्ट प्रबंधन अधिनियम 2016 की मुख्य बिंदुओं पर प्रकाश डाला गया। बताया गया कि सड़क पर कचरा डालना तो दूर, निजी जमीन पर भी कचरा फेंकना कानूनन अपराध है। जो लोग बार-बार ऐसा करते हैं, उन पर जुर्माना लगाया जाएगा। साथ ही, बिना लाइसेंस चल रहे कबाड़ी और मांस-मुर्गा की दुकानों पर राजस्व विभाग के अधिकारियों को
सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए गए। विदित हो कि नगर निगम द्वारा वार्ड-वार जुर्माना समिति (फाइन कमेटी) का गठन किया गया है, जो स्वच्छता नियमों का उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई सुनिश्चित करेगी। यह समिति अनधिकृत कचरा फेंकने, अतिक्रमण, स्वच्छता संबंधित नियमों का उल्लंघन जैसे मामलों पर नजर रखेगी और जुर्माने की प्रक्रिया को पारदर्शी बनाएगी।
सभी सफाई जमादारों को निर्देशित किया गया कि वे प्रतिदिन घर-घर से कचरा उठाव सुनिश्चित करें, ताकि लोग सड़क या अन्य स्थानों पर कचरा फेंकने को मजबूर न हों। इसके अतिरिक्त, निगम के कर्मियों को अपने घरों में गीले कचरे से खाद बनाने की प्रेरणा दी गई, ताकि वे आम नागरिकों के लिए एक आदर्श प्रस्तुत कर सकें।
कार्यशाला में उप नगर आयुक्त श्री श्यामनंदन प्रसाद ने मुख्य अतिथि प्रशिक्षक का स्वागत किया। स्वच्छता पदाधिकारी शुभम कुमार एवं मोनू कुमार ने सभी निगम कर्मियों को स्वच्छता सर्वेक्षण 2024 के महत्वपूर्ण पहलुओं की जानकारी दी।
इस कार्यक्रम में लगभग 100 निगम कर्मियों ने भाग लिया और स्वच्छता से संबंधित नई जानकारी प्राप्त की। यह आयोजन गया नगर निगम की स्वच्छता के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है।