गया जिले के बारा चट्टी एवं इमामगंज में अफीम की खेती जिला प्रशासन के द्वारा किए जा रहे हैं विनष्टीकाण

2 Min Read
- विज्ञापन-

                        राजेश मिश्रा 

- Advertisement -
Ad image

गया, 29 दिसम्बर 2023, विगत माह ज़िला पदाधिकारी, गया डॉ० त्यागराजन एस०एम० की अध्यक्षता में मादक द्रव्यों की रोकथाम से संबंधित उच्च स्तरीय बैठक में गया जिलान्तर्गत हो रही अफीम की खेती का विनष्टीकरण के लिए गतवर्ष (2022-23) की तरह ही इस वर्ष (2023-24) भी मद्यनिषेध एवं उत्पाद विभाग, गया को नोडल विभाग नामित किया गया है।

अफीम की खेती का विनष्टीकाण मद्यनिषेध एवं उत्पाद विभाग, गया के नेतृत्व में इमामगंज एवं बाराचट्टी, दोनों क्षेत्रों में एक साथ कराया जा रहा है। उत्पाद विभाग के अलावे विनष्टीकरण की टीम में नारकोटीक्स कंट्रोल ब्यूरो (N.C.B.) / वन प्रमंडल गया, /S.S.B / संबंधित थाना क्षेत्र के थानाध्यक्ष एवं संबंधित क्षेत्र के अंचलाधिकारी भी उपस्थित रहते हैं।

- Advertisement -
KhabriChacha.in

इस वर्ष (2023-24) विनष्टीकरण का कार्य 5 दिसम्बर से शुरू कर दिया गया है। शुरूआत में मद्यनिषेध एवं उत्पाद विभाग, गया द्वारा 2 टीमों का गठन किया गया था। परन्तु अफीम की खेती की त्वरित विनष्टीकारण करने हेतु सहायक आयुक्त मद्यनिषेध, गया द्वारा कुल टीमों की संख्या बढ़ाकर 5 कर दी गई है। गत वर्ष 28 दिसम्बर तक 212.52 एकड़ का विनष्टीकरण किया गया था। परन्तु इस वर्ष दिनांक 28.12.2023 तक कुल विनष्टीकरण 479. 50 एकड़ किया जा चुका है।

विनष्टीकरण की गयी महत्वपूर्ण स्थलों के नाम इस प्रकार है:- चापी, लुटुआ, धनहेटा, बड़ी चापी, सोनदाहा, हरमत, मुरनिया, डुमरी, बेनवतरी, छपारकर, कुम्भी, डुमरी नाला, सलैया, सीसीयाताड़, सोनदाहा अमूखाप, पुरैनी आदि।

Share this Article
Leave a comment

Leave a Reply

You cannot copy content of this page