औरंगाबाद।कुंडा हाउस के प्रांगण में बिहार के औरंगाबाद जिले के किसानों के बीच एक सेमिनार का आयोजन किया गया सेमिनार की अध्यक्षता मुफ्फसिल पी.एस.अंतर्गत बिजौली गांव के वरिष्ठ किसान आलोक कुमार सिंह ने की
किसानों को संबोधित करते हुए वरिष्ठ अधिवक्ता सिद्धेश्वर विद्यार्थी ने कहा कि भूमि सर्वेक्षण एक अच्छा कदम है, लेकिन व्यवस्था में धांधली है।
भूमि सर्वेक्षण की प्रक्रिया बरसात के बाद शुरू होनी चाहिए थी।
अजब बीघा के वरिष्ठ नेता और किसान राम केबल सिंह ने कहा कि किसान भूमि सर्वेक्षण के लिए तैयार हैं, लेकिन फॉर्म भरने से लेकर भूमि मापी तक की व्यवस्था के लिए समय की बाध्यता उचित नहीं है।
गांव जोखारी के वरिष्ठ भाजपा नेता एवं डीड राइटर रामकरण सिंह ने कहा कि अंग्रेजों द्वारा 1911 से 1914 के कार्यकाल में बनाए गए नक्शों को राजस्व विभाग की वेबसाइट पर अपलोड किया जाना चाहिए।
बैठक को संबोधित करते हुए वरिष्ठ नेता रामजी सिंह ने कहा कि अभी भूमि सर्वेक्षण का उचित समय नहीं है, भूमि सर्वेक्षण में किश्तवारी, कब्ज़ाधारी आदि कई प्रक्रियाएं शामिल हैं।
भूमि माप अधिकारी के पास उचित प्रशिक्षण नहीं है .1969 से 1992 तक का अंतिम सर्वे बहुत ही कटु अनुभव वाला है.
अधिवक्ता व किसान अशोक सिंह उर्फ टुनटुन सिंह ने कहा कि सिस्टम कर्मियों के साथ मिलकर काम करता है और भ्रष्टाचार बड़ी समस्या है।
भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष व प्रदेश कार्यसमिति सदस्य पुरुषोत्तम सिंह ने कहा कि भूमि सर्वेक्षण तत्काल संभव नहीं है, औरंगाबाद के जिलाधिकारी के पास राजस्व का ज्ञान नहीं है।
फेसर पैक्स के पूर्व अध्यक्ष उदय कुमार सिंह ने कहा कि रजिस्टर एक और रजिस्टर 2 को सार्वजनिक किया जाना चाहिए तथा हल्का कर्मचारी अमीन या नए शेड्यूल के लिए नए परिसीमन की आवश्यकता है.2 से 4 साल समय अवधि की आवश्यकता है ,.
धमनी निवासी व किसान उपेंद्र सिंह यादव ने कहा कि सर्वे कठिन है लेकिन उसकी जरूरत है .सभी सरकारी कर्मचारियों को सर्वे में लगाया जाए निर्धारित जमाबंद को पुनः चालू किया जाए.
सेवानिवृत्त राजस्व कर्मियों को इसमें शामिल किया जाना चाहिए क्योंकि उनके पास अच्छा अनुभव है, न कि इस नए व्यक्ति को जिसे राजस्व का कोई अनुभव और समझ नहीं है।
बारुण के सुनील शर्मा ने कहा कि जिले में नक्शा छपाई की मशीन उपलब्ध नहीं है, हर प्रखंड में नक्शा छपाई की मशीन होनी चाहिए।
शमशेर नगर के वरिष्ठ अधिवक्ता पत्रकार एवं किसान, प्रमेंद्र मिश्रा ने कहा कि सरकार मलिक गैर मजरूआ जमीनों पर अपनी नीति घोषित करे, सरकार को परिमार्जन के साथ ही इसकी मरम्मत कर दस्तावेज भी पूरे करने चाहिए.
प्रमेन्द्र मिश्रा ने कहा कि वंशावली तालिका में बहनों के नाम को लेकर कोई आवश्यकता नहीं है और बहुत ही भ्रमित करने वाली बात है, सभी भ्रांतियों को सरकार को स्वयं ही दूर करना चाहिए।
सर्वेक्षण की आवश्यकता है लेकिन निश्चित रूप से यह उचित सर्वेक्षण होना चाहिए अन्यथा किसान न्यायिक सक्रियता का भी सहारा ले सकते हैं
जिला भाजपा के वरिष्ठ नेता प्रवक्ता दीपक कुमार सिंह,रंजीत कुमार तीर्थ नारायण वैश्य महेंद्र सिंह गुंजन कुमार सिंह श्री रामेश्वर राम शत्रुघ्न सिंह मुन्ना सिंह दीपक सिंह प्रमोद सिंह आनंद कुमार सिंह राम प्रसिद्ध सिंह, अशोक कुमार ,अजीत कुमार सिंह दिलीप कुमार सिंह मधेश्वर सिंह अरविंद कुमार सिंह चंदन कुमार सिंह भरतौली उपेन्द्र कुमार सिंह काकड़ा रवीन्द्र कुमार सिंह सुनील कुमार सिंह, जीतेन्द्र कुमार सिंह, नीरज कुमार ,विनोद कुमार शर्मा पंकज कुमार सिंह आनंदपुरा अनुज सिंह आनंदपुरा गौतम कुमार आनंदपुरा अशोक सिंह और गांव गोपाल जी अमर उजाला आरएलएम सेमिनार में मौजूद किसानों के के साथ उपस्थित रहे।