विवेवकानंद वीआईपीएस ने धूमधाम से मनाया वार्षिकोत्सव
आज शहर के विवेकानंद वीआईपी स्कूल ने अपना वार्षिकोत्सव ‘सृजन’ के नाम से मनाया।कार्यक्रम का उद्घाटन निदेशक डॉ शम्भू शरण सिंह, चेयरमैन मनीष वत्स, विधायक आनंद शंकर सिंह, डॉ शोभारानी, डॉ सुरेंद्र मिश्र, प्रो. सीएस पांडेय, नगर परिषद अध्यक्ष उदय गुप्ता, रेड क्रॉस अध्यक्ष सतीश कुमार सिंह, जिलापरिषद पूर्व अध्यक्ष पंकज पासवान, प्राचार्य एन के सिंह ने स्वामी विवेवकानंद के तैलचित्र पर पुष्पार्चन और दीप प्रज्वलित कर किया।
विद्यालय प्रशासन द्वारा सभी आगत अतिथियों को अंग वस्त्र व मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर छात्रों के प्रतिभा के विविध आयाम दिखें।सांस्कृतिक कार्यक्रम, विज्ञान व कला प्रदर्शनी, फूड कोर्ट लगाया।छात्र-छात्राओं ने अपने प्रदर्श में आदित्यन, राममंदिर, जल-संरक्षण, पवन चक्की के उपयोग, अल्कोहल डिटेक्टर, स्वचालित रेल फाटक आदि प्रदर्शो से लोगों को आकर्षित किया। रेड क्रॉस अध्यक्ष सतीश सिंह ने कहा कि इस बच्चों में असीम क्षमता और प्रतिभा है।
फूडकोर्ट में छात्रों ने स्वास्थ्य वर्धक खाद्यपदार्थो का स्टॉल लगाया। आगत अतिथियों ने खाद्य पदार्थो का भी लुफ्त उठाया।इस माध्यम से जंक फूड से दूरी का संदेश दिया। सांस्कृतिक कार्यक्रमों की कड़ी में छात्राओं ने मनमोहक स्वागत गान की प्रस्तुति दी। नन्हें मुन्ने बच्चों ने “नानी तेरी मोरनी को मोर ले गए” तथा “बुद्धू सा मन है मेरा” गीत पर शानदार प्रस्तुति दी।
विभिन्न कक्षा के छात्र-छात्राओं ने उत्कृष्ट प्रस्तुति दी।बारह मासा गीत के माध्यम से बिहार की संस्कृति के विविध रंगों को दर्शाया गया। राजस्थानी धूमर, कजरी, चैता आदि गीत पर छात्राओं ने उत्कृष्ट नृत्य की प्रस्तुति दी। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विधायक आनन्द शंकर सिंह ने कहा कि शिक्षा जगत विवेकानंद स्कूल अपनी अलग पहचान बनाए हुए है।
साहित्यकार डॉ सुरेंद्र मिश्र ने अपने संबोधन में कहा कि वर्तमान युग मे शिक्षको के कंधे पर छात्रों के निर्माण की अहम जिम्मेदारी है।वर्तमान शिक्षा व्यवस्था में नैतिक शिक्षा पर बल देने की आवश्यकता है, ताकि मनुष्य में मनुष्यता समाहित हो सके। कार्यक्रम में अरविंद शर्मा, सिधेश्वर विद्यार्थी, मंजरी सिंह, प्रो रामाधार सिंह, अजित सिंह, रामानुज पांडेय ने अपने आशीर्वचन में हृदय के उद्द्गार रखा।
कार्यक्रम में उत्कृष्ट दस छात्रों के माता-पिता को भी सम्मानित किया गया।सांस्कृतिक कार्यक्रमों का समापन होली गीत “भरी फगुआ में वंशीया बजावे रसिया”, “सदा आनंद रहे यही द्वारे से हुआ।धन्यवाद ज्ञापित करते हुए निदेशक डॉ शम्भूशरण सिंह ने कहा कि विवेकानंद परिसर में सृजन के फूल अनवरत खिलते रहेंगे जिसकी सुरभि से दुनिया सुरभित होती रहेगी। उन्होंने बाल वैज्ञानिकों को भविष्य का भारत निर्माता बताया। कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए उन्होंने छात्रों, शिक्षकों, अभिभावकों व आगन्तुकों के प्रति आभार जताया।