कुमार रंजीत
गोह (औरंगाबाद)गोह थाना मुख्यालय स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से दक्षिण स्वर्गीय जितेंद्र नाथ द्विवेदी की पत्नी पूर्णिमा द्विवेदी के खाता संख्या 642 प्लॉट संख्या 2734 एवं 2736 में अर्ध निर्मित दुकान में सेटर लगाने के लिए छोड़ी गई थी। बुधवार की रात्रि जब मैं अपने घर में सोने जा रही थी तो अचानक गोली की आवाज सुनाई पड़ी। आवाज सुनकर जब मैं अपने घर के दरवाजे पर आई तो देखा कि गोह थाना क्षेत्र के अल्हन परासी गांव निवासी पिता पुत्र उमेश्वर शर्मा तथा पुंज शर्मा एवं उनका पुत्र जिनका नाम मैं नहीं जानती हूं एवं अन्य आठ दस अज्ञात व्यक्तियों के साथ मेरे अर्ध निर्मित मकान में ईंट का जुड़ाई कर रहे थे।
जब मैं मना करने लगी तो पिता पुत्र तथा पोता अपने हाथ में लिए राइफल व पिस्टल के दम पर चुप रहने एवं जान से मारने की धमकी देते हुए फायरिंग करने लगे। जब मैं डर के मारे घर में घुस गई तो पीछे से पुंज शर्मा भी हाथ में पिस्टल लिए घर में घुस गए और अपने पिस्टल के बट से घर में घुसकर मरने लगे। तथा उनके पिता एवं लड़का ने मेरा पैर पकड़कर घसीटते हुए फैट मुका से मरने लगे । जिससे मुझे काफी चोट लग गई है पुंज शर्मा का लड़का मेरा साड़ी खींच लिया जिससे मैं निर्वस्त्र हो गई।
सभी लोग एकजुट होकर बोल रहे थे कि तुम्हारा बना हुआ मकान कब्जा कर लिया है अगर ज्यादा बोलेगी तो जान मार देंगे। पुंज शर्मा अपने सहयोगियों के साथ घर में रखा सोने चांदी का जेवरात जिसका अनुमानित मूल्य चार लाख है जो उठाकर चले गए हैं। रात्रि होने के कारण अगल- बगल के लोग फायरिंग की आवाज सुनकर घटनास्थल पर नहीं पहुंच सके। लेकिन मैं उन लोगों को पहचानती हूं। मैं एक विधवा एवं विकलांग महिला हूं।
लिखित आवेदन में उपरोक्त लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है । थाना अध्यक्ष कमलेश पासवान ने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही पुलिस घटनास्थल पर पहुंचकर घटना की पुष्टि की है तथा घटनास्थल से दो खोखा भी बरामद की है। मामले में विधवा विकलांग महिला के लिखित बयान पर धारा 354 एवं 27 आर्म्स एक्ट के तहत कांड संख्या 351/ 23 दर्ज किया गया है। जिसमें पिता पुत्र एवं पोता को नामजद तथा आठ दस अज्ञात लोगों को खिलाफ प्राथमिक की दर्ज किया गया है।