औरंगाबाद: आमस औरंगाबाद राष्ट्रीय राजमार्ग 19 के किसी ढाबे में नशाखुरानी गिरोह के द्वारा खाने में नशीला पदार्थ मिलाकर एक ट्रक चालक एवं सह चालक से एक लाख आठ हजार रुपए छीन लिए जाने का मामला प्रकाश में आया है। ट्रक चालक एवं सह चालक को राष्ट्रीय राजमार्ग के एंबुलेंस के द्वारा इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया है।जहां उनका इलाज चल रहा है।
खाना खाने के दौरान नशीला पदार्थ देकर छीने लाखों रुपये: नशाखुरानी गिरोह के शिकार हुए ट्रक चालक एवं सह चालक की पहचान मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले के सिवली गांव निवासी मुरली बराड़कर एवं संजू के रूप की गई है। सदर अस्पताल में इलाज कराने आए ट्रक के सह चालक संजू ने बताया कि सोमवार की रात साढ़े दस बजे वे लोग बारुण और औरंगाबाद के बीच एनएच के किनारे स्थित एक ढाबे में खाना खाने गए उसी दौरान ढाबे में रहे लोगों ने उनके खाने में नशीला पदार्थ मिला दिया और उनके पॉकेट में रहे पैसे कब निकाल लिए पता नही चला।संजू ने बताया कि उसके पॉकेट से 18 हजार रुपए निकाले गए। हालांकि चालक और सह चालक अभी भी नशीले पदार्थ के प्रभाव में थे इसलिए वे ज्यादा बोलने में असमर्थ थे।लेकिन संजू ने इस मामले में ढाबे वाले की संलिप्तता बताई।
नासिक से संतरा लेकर गया था नवादा, ढाबे पर घटी घटना: संजू ने बताया कि ट्रक नासिक से संतरा लेकर नवादा आया हुआ था और वहां व्यापारी को संतरा देकर पैसे लेकर वापस आ रहा था और आमस टोल प्लाजा के समीप ढाबे में खाना खाने के दौरान यह घटना घटी। खाने के बाद जब ट्रक लेकर आगे बढ़ा तो सर चकराने लगा और गाड़ी को सड़क किनारे खड़ी कर दिया।कब उन्हे एंबुलेंस से सदर अस्पताल लाया गया।
पूरी मामले की जांच में जुटी पुलिस: ट्रक चालक मुरली ने बताया कि संतरे के व्यापारी से उसे 90 हजार रुपए मिले थे।उसे भी ढाबे में खाना खाने के बाद निकाल लिया गया। अस्पताल आने से पहले देखा कि उसके पास रहे भी रुपए गायब थे। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी हुई है कि नशाखुरानी गिरोह के सदस्यों के चंगुल में ट्रक का चालक और सह चालक कैसे आया और दोनो ने किस ढाबे में खाना खाया।क्योंकि प्रथमदृष्टया उनकी बातों से कुछ भी स्पष्ट नहीं हो पा रहा है।