औरंगाबाद। सांसद सुशील कुमार सिंह ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को एक पत्र लिखा है। पत्र के माध्यम से उन्होंने मुख्यमंत्री का ध्यान आकृष्ट कराते हुए लिखा है कि बिहार के बड़े भू-भाग में अनावृष्टि के कारण किसान धान की रोपनी में परेशानी झेलने को मजबूर हैं।एक तरफ प्रकृति की मार वही दूसरी ओर सरकार के द्वारा विद्युत आपूर्ति में भारी कमी की समस्या से भी किसान त्रस्त हैं।
अभी धान की रोपनी का समय है जैसे तैसे किसान रोपनी कर रहे हैं कही रोपन का काम बंद है तो कही रोपा पानी के अभाव में सूख रहा है। फिर भी किसान पम्पिंग सेट के माध्यम से बारिस होने की उम्मीद में धान रोप रहे है और रोपना चाहते भी है। बारिश न होने से हाहाकार मचा हुआ है और पेयजल का भी अभाव बना हुआ है क्योंकि वर्षाभाव के कारण भूजल स्तर अभी भी नहीं सुधरा है।
सांसद ने मुख्यमंत्री का ध्यान आकृष्ट कराते हुए लिखा है कि उन्होंने पूर्व में भी पत्र के माध्यम से गंगा जी के बाढ़ का अधिक (अतिरिक्त) जल दक्षिण बिहार की नदियों मोरहर, सोरहर, नीलांजन, मदाड़, झरही, केशहर, अदरी, टेकारी, बटाने, बतरे और पुनपुन नदियों में पहुंचाने का आग्रह किया था। लेकिन बड़े दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि लाखों-लाख जनता के पीने के पानी की समस्या के समाधान के लिए सरकार के स्तर से जनहित और जन कल्याण के इतने महत्वपूर्ण मामले में अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई।
इस पत्र के माध्यम से सांसद ने मुख्यमंत्री से जनहित को देखते हुए एक बार फिर में अनुरोध किया है कि इस त्राहिमाम की स्थिति में किसानों के हित में, कृषि फीडर में चौबीस घंटे अबाध बिजली आपूर्ति करने का आदेश संबंधित अधिकारियों को देने की कृपा करें ताकि किसान अपने धान की फसल को पटवन का बचा सके।