स्वतंत्रता आंदोलन में बद्री बाबू ने निभाई थी अहम भूमिका 

3 Min Read
- विज्ञापन-

विदेशी कपड़ों को जलाकर एवं नोनी मिट्टी से नमक बनाकर विरोध किया था अंग्रेजी सत्ता का

- Advertisement -
Ad image

औरंगाबाद। कुमार बद्री नारायण सिंह की पुण्यतिथि समारोह में आये जनेश्वर विकास केंद्र एवं चंद्रिका उत्थान एवं ग्रामीण विकास संस्थान द्वारा आयोजित कुमार बद्री नारायण सिंह की पुण्यतिथि समारोह में मुख्य अतिथियों ने कहा । कार्यक्रम चंद्रिका स्मृति संस्थान जम्होर में अजीत सिंह की अध्यक्षता और पूर्व सचिव रेड क्रॉस के मनोज सिंह के संचालनकत्व में संपन्न हुई ।

जनेश्वर विकास केंद्र के सचिव सिद्धेश्वर विद्यार्थी ने बताया की कुमार बद्री बाबू जमींदार परिवार में 26 जनवरी 1888 को पैदा हुए । इसके बावजूद वह जीवन प्रयंत गरीबों के हक और अधिकार के लिए लड़ते रहे तथा समाज सुधार के कई कार्य किया ।वे स्वतंत्रता आंदोलन में अहम भूमिका निभाई ।वे 1920 में महात्मा गांधी के सासाराम कार्यक्रम से बहुत प्रभावित हुए थे ।

- Advertisement -
KhabriChacha.in

तब से वह जिले में घूम-घूम कर अंग्रेजी कपड़ों को जलाया तथा उसके बदले खादी कपड़ों का वितरण कराया । 1930 में नेताजी सुभाष चंद्र बोस को चौरम आश्रम पर बुलाकर बहुत बड़ी जनसभा करवाई थी, साथ ही अपने गांव कर्म में बुलाकर नोनी मिट्टी और पानी से नमक बनाकर नमक आंदोलन का सांकेतिक शुरूआत किया था ।सुभाष चंद्र बोस के जिले से गहरे लगाओ को देखते हुए ही जिले का गठन उनके जन्मदिन 23 जनवरी 1973 को किया गया था।

तत्पश्चात नगर परिषद के अध्यक्ष उदय गुप्ता, रेड क्रॉस के अध्यक्ष सतीश कुमार सिंह ,कांग्रेस के जिला अध्यक्ष पप्पू कुमार सिंह, दीपक पांडेय ,मरगुब आलम आदि लोगों ने कुमार बद्री बाबा के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर चर्चा करते हुए उन्हें महान स्वतंत्रता सेनानी बताया और कहा कि उनके लिए और बहुत कुछ किए जाने की जरूरत है ।जनेश्वर विकास केंद्र के अध्यक्ष राम जी सिंह , सिंन्हा कॉलेज भूगोल विभाग के पूर्व विभाग अध्यक्ष डा रामधर सिंह ने बताया की कुमार बद्री बाबू के नाम पर गेट बना हुआ है, रमेश चौक पर उनके नाम पर बद्री बाबू मार्केट बना हुआ है।

लेकिन यह उनके कद और काठी के अनुरूप नहीं है जिला मुख्यालय में उनकी प्रतिमा लगाई जानी चाहिए साथ ही और बहुत कुछ किए जाने की जरूरत है। अध्यक्षीय भाषण में अजीत सिंह ने बताया की जम्होर ऐतिहासिक जगह है यहां 7 स्वतंत्रता सेनानी रहे हैं तथा बद्री बाबू के सभी कामों में सहयोगी रहे हैं ।

सभी स्वतंत्रता सेनानियों को लेकर एक स्मारक स्थल बाय बनाए जाने की जरूरत है इसके लिए पहल करने की घोषणा की। समारोह में बिंदेश्वरी मेहता, दिलावर सिंह, कुमार हेमजीत, अनिल अग्रवाल, सुजीत कुमार गुप्ता, रवि रंजन कुमार सिंह सत्येंदर सिंह , पप्पू सिंह , चन्दन यादव, वासुदेव यादव आदि उपस्थित थे

Share this Article

You cannot copy content of this page