औरंगाबाद।सदर अस्पताल की व्यवस्था को लेकर लगातार खबरें सुर्खियों में है। यहां राजनीति और गुटबाजी चरम पर है। जिसका असर अस्पताल में आए मरीज के परिजनों पर दिखता है। शनिवार की शाम पांच बजे जम्होर थाना क्षेत्र के शांतिपुर से इलाज के लिए आए 80 वर्षीय रामू सिंह के पुत्र ने सदर अस्पताल की व्यवस्था पर सवाल खड़ा किया है।
उन्होंने बताया कि आज सुबह में ही उनके पिता को रेफर कर दिया गया। मगर वरीय नागरिकों को निशुल्क एंबुलेंस दिए जाने की सरकार की घोषणा यहां दम तोड़ रही है। सिविल सर्जन के सरकारी मोबाइल नंबर पर लगातार कॉल किया जा रहा है। मगर वह स्वीच ऑफ बता रहा है और छूटी होने के कारण इसकी व्यवस्था नहीं बन पा रही है। जिससे काफी परेशानी उत्पन्न हो गई है।
इधर सिविल सर्जन विनोद सिंह के बारे में जानकारी ली गई तो मालूम हुआ कि वे और एसीएमओ दोनों छुट्टी में है। सवाल उठता है कि जब सीएस द्वारा ही 10 मार्च को जिलाधिकारी के 7 मार्च को निकाले गए निर्देश के आलोक में होली एवं रमजान को देखते हुए आपातकालीन स्थिति में सभी चिकित्सा पदाधिकारियों की छुट्टियां रद्द करने का पत्र निकाला गया था।तो फिर ये दोनों अधिकारी कैसे छुट्टी पर चले गए।
यानी कि जिलाधिकारी के द्वारा निकाले गए आदेश का इलाही के द्वारा क्यों नहीं किया गया।इसको लेकर अस्पताल आ रहे मरीज के परिजन कई तरह के सवाल खड़े कर रहे है। इस संदर्भ में जब सिविल सर्जन तथा एसीएमओ से उनके नंबर पर संपर्क करने की कोशिश की गई तो सिविल सर्जन का मोबाइल स्वीच ऑफ तथा एसीएमओ का मोबाइल नोट रिचेबल बताया।