सदर अस्पताल के चिकित्सीय व्यवस्था पर एक बार फिर सवालिया निशान खड़े हो गए है। इस बार यह आरोप लगा है कि प्रसव कराने आई महिला से ऑपरेशन एवं टांका लगाने के दौरान पैसा वसूलने का मामला सामने आया है। जिसको लेकर ड्यूटी में रही पांच जीएनएम से स्पष्टीकरण की मांग की गई है।
शुक्रवार की रात्रि साढ़े आठ बजे इस संबंध में सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉक्टर सुरेंद्र सिंह से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि जिला पदाधिकारी को एक शिकायत प्राप्त हुई थी कि 29 जनवरी 2025 को रात्रि आठ बजे से 30 जनवरी 2025 की सुबह 8 बजे तक ड्यूटी में रही जीएनएम द्वारा प्रसव कराने आई एक महिला मरीज से प्रसव के लिए और 28 नवंबर नवंबर 2024 को प्रसव करने आई दूसरी महिला मरीज से प्रसव पश्चात टांका लगाने के नाम पर पैसे की मांग की गई थी।
शिकायत के बाद जिला पदाधिकारी के जिला गोपनीय शाखा के ज्ञापांक 1020 दिनांक 9 फरवरी 2025 को प्राप्त पत्र के आलोक में सिविल सर्जन सह सदस्य सचिव जिला स्वास्थ्य समिति द्वारा इस मामले को गंभीरता से लेते हुए 18 फरवरी 2025 को कार्रवाई के लिए निर्देशित किया गया। अस्पताल उपाधीक्षक ने बताया कि इस मामले में दो पत्र जिसका पत्रांक 426 तथा पत्रांक 427 दोनो का दिनांक 21 फरवरी 2025 है,जारी कर 29 जनवरी को ड्यूटी में रही
जीएनएम पुष्पा कुमारी 2, कालिंदा कुमारी, रिंकू कुमारी तथा 28 नवंबर 2024 को ड्यूटी में रही जीएनएम पुष्पा कुमारी 1, कालिंदा कुमारी तथा क्रांति कुमारी से स्पष्टीकरण की मांग की गई है। उन्होंने बताया कि इस मामले में अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी किशोर कुमार एवं मेरे द्वारा जांच की जाएगी। जांच के पश्चात जो भी दोषी पाए जाएंगे उन पर कार्रवाई की जाएगी। उपाधीक्षक ने बताया कि
सदर अस्पताल में मरीजों को मुक्त सेवा देने के लिए सरकार की संकल्पित है परंतु इन लोगों के द्वारा ऐसा कृत कर सरकार की छवि को बदनाम करने की कोशिश की गई है ऐसी स्थिति में यदि उनके द्वारा संतोषजनक स्पष्टीकरण नहीं दिया गया तो सबों के विरुद्ध अगरतर कार्रवाई करने हेतु वरीय पदाधिकारी को संसूचित किया जाएगा।