औरंगाबाद। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय मंगलवार को औरंगाबाद पहुंचे जहां उन्होंने ने प्रेसवार्ता कर पत्रकारों के समक्ष गया स्नातक एवं शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र के पार्षद पद के लिए 31 मार्च को होनेवाले मतदान को लेकर उम्मीदवारों के समर्थन में वोट अपील की और उनकी जीत का दावा किया।साथ ही साथ 2 अप्रैल को सासाराम में सम्राट अशोक की जयंती समारोह में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के आगमन की चर्चा करते हुए उनकी सभा में आने का आमंत्रण दिया।
प्रेसवार्ता के दौरान गृह राज्य मंत्री ने सम्राट अशोक के व्यक्तित्व एवं कृतित्व की जमकर चर्चा की और उनके आदर्शों एवं विचारों को आज भी प्रासंगिक बताया।उन्होंने बिहार की शासनिक स्थिति की भी चर्चा करते हुए शिक्षा पर जोर दिया।कहा कि नीतीश कुमार ने कभी नहीं चाहा की बिहार की शैक्षणिक व्यवस्था सुधरे।भाजपा के साथ शासन करने के दौरान भी भाजपा की मांग पर उन्होंने शिक्षा विभाग जदयू को ही दिया।जिसका परिणाम यह हुआ कि व्यवस्था बिगड़ती चली गई।
श्री राय ने कहा कि शिक्षा को लेकर भारतीय जनता पार्टी का विजन स्पष्ट है और शिक्षकों के वेतनमान को लेकर क्या करना है यह जानती है।उन्होंने कहा कि बिहार में सरकार बनते ही शिक्षकों की मांगों को पूरा किया जाएगा।
सम्राट चौधरी को बीजेपी का प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने के बाद भाजपांकी नीतियों पर कीजा रही टिपण्णी का जवाब देते हुए श्री राय ने कहा कि सम्राट चौधरी वर्ष 2018 से बीजेपी के प्रदेश उपाध्यक्ष रहे हैं और उनके नेतृत्व क्षमता को देखते हुए प्रदेश की जिम्मेवारी सौंपी गई है।उन्होंने कहा कि सम्राट चौधरी के नेतृत्व में वर्ष 2024 के लोकसभा की सभी चालीस सीटों पर हम जीतेंगे और विधान सभा में भी भाजपा बहुमत प्राप्त करेगी।सम्राट चौधरी के सीएम चेहरे पर प्रतिक्रिया देते हुए केंद्रीय गृह राज्य मंत्री ने कहा कि यह निर्णय पार्टी का है लेकिन मैं इस रेस में नही हूं।
राहुल गांधी पर हुई कारवाई को जायज ठहराते हुए गृह राज्य मंत्री ने कहा कि इससे पहले भी कई सांसदों एवं विधायको की सदस्यता गई है।राहुल गांधी लगातार मोदी सर नेम एवं प्रधानमंत्री को गाली देते आ रहे हैं।उनके द्वारा लगातार भाजपा के लोगों को अपमानित करने का का किया जा रहा है।ऐसी स्थिति में कानून ने अपना काम किया है भाजपा इसमें कही नही है।
राहुल गांधी के द्वारा मैं गांधी हूं सावरकर नहीं वाले बयान पर गृह राज्य मंत्री ने कहा कि उनका आग्रह है कि राहुल जी पहले वीर सावरकर को पढ़ें तब उन्हे भारत की मिट्टी और। स्वतंत्रता संग्राम में अपनी प्राणों की आहुति देने वाले बलिदानियों की कुर्बानी समझ में आयेगी।बचकाना हरकत छोड़ कर आजादी के लिए वीर सावरकर के त्याग और समर्पण को समझने की जरूरत है।नही तो देश उन्हे कभी माफ नहीं करेगा।