स्वास्थ्य क्षेत्र में बारुण प्रखण्ड के जनकोप पंचायत को आदर्श बनाने के लिए औरंगाबाद की चर्चित स्वयं सेवी संस्था पथ प्रदर्शक द्वारा गोद लेकर प्राथमिकता के आधार पर गर्भवती महिलाओं का सर्वेक्षण शुरू किया गया था,जिसे पूरा कर लिया गया है।
जनकोप पंचायत अंतर्गत चौदह गांव है जिसमें कुल गर्भवती महिलाओं की संख्या 75 है।उक्त आशय की जानकारी संस्था के सचिव सह रक्तसेवक बमेंद्र कुमार सिंह ने दी।बमेंद्र ने बताया कि पायलट प्रोजेक्ट के रूप में जनकोप पंचायत को आदर्श बनाने के लिए गोद लिया गया है जिसके तहत सर्वप्रथम सुरक्षित प्रसव कराने के उद्देश्य से गर्भवती माताओं का सर्वे शुरू किया गया था।
अब इन महिलाओं के स्वास्थ्य परीक्षण की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।शिविर लगाकर सभी गर्भवती महिलाओं की आवश्यक जांच कराई जाएगी ताकि प्रसव के समय उन्हें कोई परेशानी न उठानी पड़े।नियमित तौर पर ब्लड शुगर,रक्तचाप एवं हीमोग्लोबिन की जांच के साथ चिकित्सकीय परीक्षण कराया जाएगा।
अक्सर गर्भवती महिलाओं में प्रसव के समय रक्त की कमी पाई जाती है जिसे शुरू से ही चिकित्सक के परामर्श से समुचित इलाज कर दूर किया जा सकता है।सुरक्षित प्रसव के साथ साथ आयुष्मान भारत योजना के प्रति समाजसेवी बमेंद्र कुमार सिंह गांव गांव घूम कर लोगों को जागरूक करने के साथ साथ योजना की विस्तृत जानकारी दे रहे हैं।