औरंगाबाद।पर्यटन के क्षेत्र में जिले को मिल रही उपेक्षा को लेकर राष्ट्रीय पर्यटन दिवस 27 सितंबर को संगोष्ठी आयोजित की जाएगी उक्त निर्णय जनेश्वर विकास केंद्र, जन विकास परिषद एवं साहित्य संवाद की हुई संयुक्त बैठक में लिया गया । बैठक आज अधिवक्ता संघ भवन औरंगाबाद में जनेश्वर विकास केंद्र के अध्यक्ष रामजी से की अध्यक्षता में संपन्न हुई।
सचिव सिद्धेश्वर विद्यार्थी ने बताया कि 8 सितंबर से 14 सितंबर तक आयोजित हिंदी सप्ताह समारोह में लिए गए निर्णय के आलोक में हिंदी को राष्ट्रीय राष्ट्रभाषा बनाने हेतु जन जागरण अभियान चलाने का निर्णय लिया गया। इसके तहत विद्यालय स्तर पर छात्र-छात्राओं के बीच हिंदी के महत्व को बताने और हिंदी को प्राथमिकता देने हेतु अनुरोध किया जाएगा । साथ ही आम जनता से अनुरोध किया जाएगा कि प्रधानमंत्री को पत्र भेजकर हिंदी को राष्ट्रभाषा बनाने की मांग करें ।दूसरे प्रस्ताव में जिले के पर्यटन स्थलों की उपेक्षा पर चिंता
ब्यक्त किया गया । अभी तक जिले के एक भी पर्यटक स्थल को पर्यटन स्थल घोषित नहीं किया गया है ।इस हेतु विश्व पर्यटन दिवस 27 सितंबर को सत्यचंडी धाम पर एक संगोष्ठी आयोजित कर जिले के सभी पर्यटन स्थलों को पर्यटन स्थल का दर्जा देने एवं वहां के अपेक्षित विकास हेतु विहार और केंद्र सरकार से मांगा की जायेगी । इसके कार्यक्रम के कार्यक्रम संयोजक सत्यचंडी महोत्सव अध्यक्ष राजेंद्र सिंह को बनाया गया । अन्य प्रस्ताव के जरिए 2 अक्टूबर को गांधी और लाल बहादुर शास्त्री की जयंती मनाई जायेगी जिसके
कार्यक्रम संयोजक लवकुश प्रसाद सिंह का चयन किया गया । बैठक में ज्योतिष विद शिवनारायण सिंह,प्राचार्या सुमन लता, प्रो संजीव रंजन, सरपंच संघ के संरक्षक रवीन्द्र कुमार सिंह, कवि लवकुश प्रसाद सिंह, कालिका प्रसाद सिंह, साहित्य संवाद अध्यक्ष लालदेव प्रसाद,सत्यचंडी महोत्सव अध्यक्ष राजेंद्र सिंह, पूर्व पुलिस अधिकारी अशोक सिंह, सिंहेश्वर सिंह, पूर्व मुखिया अशोक कुमार सिंह, प्रो राजेन्द्र सिंह, जन विकास परिषद अध्यक्ष प्रो दिनेश प्रसाद,
वीरेंद्र कुमार सिंह, शिक्षक उज्जवल रंजन , अधिवक्ता संघ अध्यक्ष संजय सिंह शिक्षक बिनोद मालाकार आदि मौजूद थे। धन्यवाद ज्ञापन साहित्य संवाद अध्यक्ष लालदेव प्रसाद ने किया।