औरंगाबाद।स्वास्थ्य विभाग द्वारा परिवार नियोजन एवं दो बच्चों के बीच समुचित अंतराल के लिए प्रजनन उम्र की महिलाओं को गर्भनिरोधक इंजेक्शन निशुल्क प्रदान किया जा रहा है. इस गर्भनिरोधक इंजेक्शन का नाम अंतरा है. इस इंजेक्शन को एक बार लेने से तीन माह तक गर्भ निरोध होता है।
कार्यक्रम के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्टाफ नर्स, एएनएम सहित अन्य सेवा प्रदाताओं को मैन्युअल फॉर इंजेक्टबल कांट्रेसेप्टिव विषय पर लगातार प्रशिक्षित किया जा रहा है. इस क्रम में सदर अस्पताल स्थित क्षेत्रीय प्रशिक्षण केंद्र में जिला स्वास्थ्य समिति, औरंगाबाद द्वारा एक प्रशिक्षण का आयोजन कर जिले के विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों में कार्यरत तीस चिन्हित स्टाफ नर्स एवं एएनएम को प्रशिक्षण दिया गया।
प्रशिक्षण सत्र की शुरुआत जिला संचारी रोग पदाधिकारी-सह- अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ रवि रंजन द्वारा औपचारिक उद्घाटन एवं संबोधन करते हुए किया गया।अपने वक्तव्य के क्रम में जिला संचारी रोग पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि प्रजनन स्वास्थ्य के तहत सरकार द्वारा इंजेक्टबल निरोधकों के इस्तेमाल एवं प्रसार पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
जनसंख्या नियंत्रण के लिए गर्भ निरोधक गोलियों की बजाए अंतरा इंजेक्शन का उपयोग सुविधाजनक है जिसका कोई साइड इफेक्ट नहीं है. उन्होंने बताया कि जो महिलाएं गर्भ निरोधक गोलियां का सेवन नहीं करना चाहती हैं वे परिवार नियोजन के इस माध्यम का उपयोग कर सकती हैं।नसबंदी न कराने वाली महिलाओं को कई बार अनचाहे गर्भ का सामना करना पड़ता है।
ऐसे में एक अंतरा इंजेक्शन तीन माह तक गर्भ निरोधक का कार्य करता है. इससे महिलाओं को कमजोरी का अनुभव भी नहीं होता है. महिलायें जब भी गर्भधारण करना चाहे तब इंजेक्शन लेना बंद कर सकती हैं. अंतरा को लेकर समाज में बहुत तरह की नकारात्मक बातें हैं जो सिर्फ भ्रांति मात्र हैं. यह गर्भाशय एवं अंडाशय के कैंसर से बचाव के साथ-साथ एनीमिया अर्थात खून की कमी को रोकने के मामले में फायदेमंद है।
परिवार नियोजन के रूप में परिवार नियोजन के रूप में अंतरा को अपनाने वाली प्रत्येक लाभार्थी महिला को प्रति डोज सौ रुपये प्रोत्साहन स्वरूप सरकार द्वारा दिया जा रहा है. इसकी सुविधा सदर अस्पताल, अनुमंडलीय अस्पताल, रेफरल अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और सभी स्वास्थ्य उप केंद्रों पर निः शुल्क उपलब्ध है।
अगर कोई इच्छुक लाभार्थी इस सुविधा को प्राप्त करना चाहे तो वह अपने क्षेत्र की एएनएम या आशा कार्यकर्ता की मदद ले सकती हैं. लाभार्थी को अंतरा की सुविधा दिलाने वाली आशा कार्यकर्ता को भी सौ रुपये प्रति डोज प्रोत्साहन स्वरूप दिए जाते हैं. इंजेक्शन का पहला डोज चिकित्सक द्वारा लाभार्थी की स्क्रीनिंग होने के बाद ही प्रशिक्षित स्टाफ नर्स से लगवाया जाता है।
स्वास्थ्य कर्मियों को प्रशिक्षण कर देने का कार्य सदर अस्पताल की महिला फिजिशियन डॉ. देवाश्री, सदर प्रखंड के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. श्याम कुमार, तकनीकी सलाहकार मृणाल कुमार, जितेंद्र कुमार, विश्वास कुमार इत्यादि ने किया. इस अवसर पर डीपीसी नागेन्द्र कुमार केशरी सहित प्रयोगशाला पर्यवेक्षक सुधीर कुमार, डाटा ऑपरेटर सुभाष कुमार एवं अन्यान्य उपस्थित रहे।