पूर्ण रूप से स्वस्थ हुए मरीज ने देवाश्री मल्टी केयर हॉस्पिटल के प्रति जताया आभार
औरंगाबाद।आसमान से शोले बरस रहे हैं और गर्मी की तपिश दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है.ज्यादा देर धूप में रहना खतरे से खाली नहीं ऐसे में एक मरीज अत्यधिक कार्य की वजह से लू की चपेट में आ गए पूरी रात पेट में दर्द और सीने की जकड़न से परेशान रहें. सुबह उल्टी होने लगी और इस स्थिति में उनके शरीर की पूरी ताकत लगभग समाप्त हो चुकी थी.
उन्होंने अपनी हालत किसी तरह देवाश्री मल्टी केयर हॉस्पिटल के संस्थापक डॉक्टर विकास सिंह को बताई. डॉक्टर ने उन्हें तुरंत अपनी क्लिनिक बुलाया. क्लिनिक पहुंचने के बाद जब अस्पताल की संचालिका डॉक्टर देवाश्री सिंह ने उनका बीपी चेक किया तो उपर का बीपी 90 और नीचे का बीपी 60 से कम आया। उस वक्त तक उनके सीने की जकड़न जाने का नाम ही नहीं ले रही थी.
बगैर देरी किए डॉक्टर देवाश्री सिंह ने उनका इलाज शुरू कर किया. लगातार तीन घंटे तक चले इलाज के बाद बीपी तो नॉर्मल हो ही गया और सीने की जकड़न भी समाप्त हो गई. उन्होंने संवाददाता को बताया कि डॉक्टर के इलाज ने उन्हें खतरे से उबार लिया और वह खुद को पूरी तरह से स्वस्थ पा रहे हैं.
मरीज ने दूसरा आभार डॉक्टर के निर्देशन में काम कर रहे क्लिनिक के सभी कर्मियों के प्रति व्यक्त किया. जिन्होंने पूरी जिम्मेवारी के साथ अपने कर्तव्य का निर्वहन किया.
मरीज ने बताया कि महिला चिकित्सक डॉक्टर देवाश्री सिंह की प्रतिभा, योग्यता और चिकित्सीय समझ के कारण ही कोरोना काल में सदर अस्पताल के आईसीयू की जिम्मेवारी उन्हें सौंपी गई थी और यही कारण था कि औरंगाबाद का मृत्यु दर कोरोना की उस भयावहता के बाद भी पूरे बिहार में बेहद ही कम रहा। जानकारी मिली कि कोरोना काल का मृत्यु दर प्रतिशत 0.006 रहा था.