औरंगाबाद जिले के ओबरा प्रखंड व अंचल कार्यालय दलालों का अड्डा बन गया है, कार्यालय में व्याप्त भ्र्ष्टाचार पर अंकुश नहीं लगने से यहां कार्यरत पदाधिकारी व कर्मी बेलगाम हो गए हैं।
उक्त बातें अभाविप छात्र नेता सह सड़क दुर्घटना रोकथाम समिति के सदस्य पुष्कर अग्रवाल, सहजानंद डिक्कू, मुकेश कुमार, चंदन सिंह, आनन्द विश्वकर्मा सहित अन्य ने बताया।
जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि प्रखंड व अंचल कार्यालय में भ्रष्टाचार का पैमाना इतना बड़ा है कि वृद्धा, विधवा व दिव्यांग पेंशन, मृत्यु प्रमाण पत्र, प्रधानमंत्री आवास योजना सहित अन्य कार्यों के लिए अलग अलग रकम की उगाही की जाती है जमीन म्यूटेशन में बिना 8-10 हजार घुस लिए काम नहीं किया जाता है जिसके चक्की में प्रखंड क्षेत्र की निरीह जनता फंस रही है।
हर जरूरत के लाभ के लिए गरीबों से रिश्वत लेने के लिए कई बार ब्लॉक बुलाकर परेशान किया जाता है एक दैनिक मजदूरी करने वाला गरीब व्यक्ति अपने बच्चों की पढ़ाई लिखाई की फीस व दो टाइम की खाने के पैसे से कटौती कर अधिकारियों व कर्मियों की पैकेट गरम करते हैं। संगठन के सदस्यों ने बताया कि अगर इसपर अविलंब रोक नहीं लगाई जाती है तो संगठन कोई ठोस कार्रवाई करने को बाध्य होगी।