नाटक की परंपरा को बचाने की है आवश्यकता : विधायक
औरंगाबाद।नबीनगर प्रखंड के राजपुर पंचायत के ग्राम राजपुर में महानवमी के शुभ अवसर पर नाट्यकला का आयोजन किया गया। महेंद्र प्रताप सिंह के निर्देशन में नाटक ‘धरती का लाल’ का मंचन हुआ जिसके माध्यम से ग्रामीणों से खेती नहीं छोड़ने के साथ किसानों को प्रशिक्षित होकर खेती को बढ़ावा देने की अपील की गई। नाटक का शुभारंभ सदर विधायक आनंद शंकर सिंह ने द्वारा किया गया।
साथ में भजपा युवा मोर्चा के पूर्व प्रदेश कार्य समिति सदस्य विशाल सिंह, गायक रविशंकर सिंह, रणवीर कुमार सिंह, अशोक सिंह, रामनंदन सिंह, विकाश कुमार, शम्भू प्रताप सिंह चौहान ने संयुक्त रूप से फिता काट कर किया। पूर्व पंचायत सरपंच रविन्द्र कुमार सिंह के मंच संचालन में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विधायक श्री सिंह ने कहा कि धीरे-धीरे नाटक की परंपरा खत्म हो रहा है इसे बचाने की आवश्यकता है।
नाटक ग्रामीणों के मनोरंजन के बेहतर साधन के साथ-साथ अच्छा संदेश देने का भी माध्यम भी है। हमारी संस्कृति, सामाजिक एकता का भी प्रतीक है। विधायक श्री सिंह ने नाटक निदेशक और कलाकारों की भूरी भूरी प्रसंशा की। कहा कि इस नाटक से ग्रामीणों को जो संदेश देने का प्रयास किया जा रहा है वह आज के दौर में बहुत जरूरी है। आज लोग खेती से दूर हो रहे हैं अगर खेती ही नहीं रहेगी तो जीवन की कल्पना ही सम्भव नहीं हो सकता है। खेती को हेय की नजरों की जगह गर्व की नजरों से देखने की आवश्यकता है।
नाटक के निर्देशक महेंद्र प्रताप सिंह बताया कि इस नाटक द्वारा समाज को संदेश दिया गया कि नशा हमेशा ही विनाशकारी होता है जो भी बच्चे बाहर पढ़ने जाते है वो लोग कुसंगति में पड़ कर नशा के आदी हो जाते हैं और अपना जीवन बर्बाद कर लेते है। इसके अलावा यह संदेश दिया गया कि आधुनिक खेती के बिना कृषि का विकास संभव नहीं है। जब तक पढ़े-लिखे प्रशिक्षित लोग नहीं आएंगे तब तक विकास सम्भव नहीं है। खेती को छोड़ने की जगह इसे आधुनिक बनाने की आवश्यकता है।
नाटक के मुख्य पात्र खुद निर्देशक महेश प्रताप सिंह, सह निर्देशक तथा रूपसज्जा दिनेश सिंह, युगेश सिंह ने किया। शैलेश कुमार, शक्ति सिंह राणा, संतोष यादव, प्रदीप कुमार, बबलू कुमार, कुंदन कुमार, आदित्य कुमार आदि ने अभिनय किया। दुर्गा पूजा समिति अध्यक्ष अनिकेत कुमार, सचिव मुकेश कुमार , संजय कुमार, पवन सिंह, असनारायन सिंह, राहुल, पवन आदि ने आयोजन को बहुत ही भव्य रूप दिया।