मुफस्सिल थाना के बेला गांव में कलयुगी बेटों ने संपति विवाद में पिता का काटा पैर,चिकित्सक ने दिया जीवनदान

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औरंगाबाद।चिकित्सक को लोग धरती का भगवान कहते है और भगवान के रूप में औरंगाबाद के बेला गांव के एक वृद्ध को शहर में ऐसे चिकित्सक मिल गए जिन्होंने मामूली खर्चे में उनके पैरों का ऑपरेशन कर उन्हें चलने लायक बनाया और आज पूरा गांव उस चिकित्सक का गुणगान कर रहा है।

यह चिकित्सक है सदर अस्पताल में पदस्थापित हड्डी एवं नस रोग विशेषज्ञ डॉ. विकास कुमार जिन्होंने उस वृद्ध को सहारा दिया जिनके अपने ही दो पुत्रों ने संपति विवाद में टांगी से उनके पैर को तोड़ डाला जिससे उनके दोनों पैर की हड्डी कई जगह टूट गई थी। बेटों के हमले से घायल होकर असहाय पड़े वृद्ध 75 वर्षीय रामजन्म महतो को ग्रामीणों के सहयोग से डॉयल 112 द्वारा सदर अस्पताल लाया गया था।

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जहां उनके पैरों की स्थिति एवं सदर अस्पताल में उचित व्यवस्था न देखते हुए प्रारंभिक उपचार के बाद रेफर कर दिया गया था। वृद्ध के इलाज में लगे लोगों के सामने उनके इलाज की समस्या आ गई क्योंकि दोनों पैर के हड्डियों को जोड़ने में लगभग डेढ़ से दो लाख का चिकित्सीय खर्च आ रहा था।

वृद्ध की स्थिति को देखते हुए पूर्व विधायक सुरेश मेहता ने पहल की और डॉ विकास से संपर्क साधा। पूर्व विधायक ने मानवता के नाते डॉ विकास से वृद्ध के इलाज के लिए आग्रह किया। पूर्व विधायक की आग्रह और वृद्ध के पारिवारिक हालात को समझते ही डॉ विकास ने इलाज के लिए हामी भरी और बेहद ही कम खर्च में वृद्ध को नया जीवन दिया।

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