आबादी पर नियंत्रण एवं कुल प्रजनन दर में कमी एकमात्र उद्देश्य
औरंगाबाद।जनसंख्या स्थिरीकरण के उद्देश्य से स्वास्थ्य विभाग की ओर से कई महत्वपूर्ण कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं जिसमें मिशन परिवार विकास अभियान का आयोजन उल्लेखनीय है. राज्य स्वास्थ्य समिति, बिहार, पटना द्वारा दिए गए निर्देश के आलोक में दिनांक 5 फरवरी 2024 से 24 फरवरी 2024 तक यह आयोजन निर्धारित है।
इस अभियान के सफल क्रियान्वयन हेतु जिला स्तर पर एक अंतरविभागीय समन्वय बैठक का आयोजन जिला पदाधिकारी श्रीकांत शास्त्री की अध्यक्षता में समाहरणालय स्थित सभा भवन में आहूत हुई. इस बैठक में स्वास्थ्य विभाग के जिला एवं प्रखंड स्तरीय पदाधिकारीयों के साथ-साथ समेकित बाल विकास परियोजना एवं जीविका के जिला स्तरीय पदाधिकारीयों ने हिस्सा लिया।
बैठक में हुए विमर्श के अनुसार दिनांक 29 जनवरी 2024 से 24 फरवरी 2024 तक आयोजित होंवे वाले इस अभियान के सफल क्रियान्वयन हेतु पूर्व योजना का निर्माण किया जाएगा. इस दौरान प्रखंड स्तर पर अंतरविभागीय समन्वय बैठक के आयोजन के साथ-साथ विभिन्न कर्मियों एवं स्टेकहोल्डर को अवगत कराने का कार्य किया जाएगा. इसके बाद 5 फरवरी 2024 से 11 फरवरी 2024 तक परिवार नियोजन सेवाओं के लिए इच्छुक लाभार्थियों से संपर्क करने का सघन कार्य आशा, जीविका दीदी एवं आंगनवाडी कर्मियों के द्वारा किया जाएगा जो दंपति संपर्क पखवाड़ा कहलाएगा. दिनांक 11 एवं 12 फरवरी 2024 को जिला एवं प्रखंड स्तर पर मीडिया ब्रीफिंग एवं स्वास्थ्य मेला का आयोजन किया जाएगा. इस दौरान 21 फरवरी 2024 को सभी संस्थाओं में परिवार नियोजन दिवस का आयोजन होगा. दिनांक 12 फरवरी 2024 से 24 फरवरी 2024 तक परिवार नियोजन सेवा पखवाड़ा का आयोजन होगा. जिसके तहत जिले के सदर अस्पताल से लेकर प्राथमिक स्वास्थ्य केदो तक मिशन मोड में परिवार कल्याण ऑपरेशन करने का काम किया जाएगा।
साथ ही साथ अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, स्वास्थ्य उप केंद्र स्तर एवं समुदाय स्तर पर परिवार नियोजन के अन्य अस्थाई साधनों यथा- कांट्रेसेप्टिव इंजेक्शन (अंतरा), ओरल पिल्स (छाया), कंडोम इत्यादि का वितरण किया जाएगा. सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों के माध्यम से कॉपर टी के लिए विशेष कैंप का आयोजन किया जाएगा।
उक्त आशय की जानकारी देते हुए जिला स्वास्थ्य समिति, औरंगाबाद के जिला कार्यक्रम प्रबंधक मो. अनवर आलम द्वारा बताया गया कि अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी जो कि जिले में परिवार कल्याण कार्यक्रमों के नोडल पदाधिकारी होते हैं के द्वारा इस बैठक के दौरान सम्पूर्ण मिशन परिवार विकास अभियान की विस्तृत जानकारी दी गई तथा जिला पदाधिकारी द्वारा इस संबंध में निर्देश दिया गया कि कार्यक्रम को प्रभावी रूप से आयोजित करने के लिए सभी विभाग निर्धारित गतिविधियों क्रियान्वयन समय सीमा के अंदर अनुपालित करेंगे।
संस्थानों के लिए लक्ष्य निर्धारित करते हुए जिला पदाधिकारी द्वारा कहा गया कि उपाधीक्षक सदर अस्पताल एवं अनुमंडल अस्पताल, दाउदनगर इस दौरान 90-90 महिला बंध्याकरण करने का कार्य करेंगे. वही प्रति प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र 120 महिला बंध्याकरण करने का लक्ष्य दिया गया।
सदर अस्पताल एवं अनुमंडल अस्पताल को 10 तथा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों को पांच-पांच पुरुष नसबंदी ऑपरेशन करने का निर्देश दिया गया. सदर अस्पताल एवं अनुमंडलीय अस्पताल में 200 तथा प्रत्येक प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में 50 कॉपर-टी लगाने का लक्ष्य दिया गया. स्वास्थ्य उप केन्द्रों के लिए पांच-पांच कॉपर-टी लगाने का लक्ष्य दिया गया।
अंतरा इंजेक्शन के संबंध में लक्ष्य दिया गया कि सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केदो में 50-50, अनुमंडलीय अस्पताल दाउदनगर एवं सदर अस्पताल में 100-100 तथा अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों एवं स्वास्थ्य केन्द्रों में क्रमशः 20 एवं 10 प्रति केंद्र के हिसाब से अंतर की सेवा सुनिश्चित की जाय।
अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. किशोर कुमार के द्वारा उक्त संदर्भ में बताया गया कि इस आयोजन का मुख्य मकसद परिवार नियोजन सेवाओं से प्रजनन आयु के लोगों को जोड़ना है तथा उन्हें परिवार नियोजन के विभिन्न साधनों से परिचित कराना है. परिवार नियोजन के विभिन्न उपाय उपलब्ध हैं इच्छुक लाभार्थी को जो पसंद आए वह अपना सकते हैं।
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि दैनिक गर्भनिरोधक गोली, साप्ताहिक गर्भनिरोधक गोली, आपातकालीन गर्भनिरोधक गोली एवं कंडोम की सुविधा के लिए किसी लाभार्थी को अस्पताल से लौटकर वापस नहीं जाना पड़े इस बात का ध्यान रखा जाए. संपूर्ण कार्यक्रम का एक ही उद्देश्य है की आबादी पर नियंत्रण हो तथा कुल प्रजनन दर में कमी आए।
इस दौरान सभी उपाधीक्षक, प्रभारी चिकित्सकता अधिकारी, स्वास्थ्य प्रबंधक, प्रखंड सामुदायिक उत्प्रेरक, जिला प्रोग्राम पदाधिकारी आईसीडीएस जीविका के हेल्थ एवं न्यूट्रिशन अधिकारी, विभिन्न डेवलपमेंट पार्टनर प्रतिनिधि सहित जिला लेखा प्रबंधक मो. अफरोज हैदर, जिला सामुदायिक उत्प्रेरक आनंद प्रकाश, डीपीसी नागेंद्र कुमार केसरी, अविनाश कुमार एवं अन्य पदाधिकारी एवं कर्मी उपस्थित रहे.