औरंगाबाद। देव पर्यटन विकास केंद्र की एक विशेष बैठक किंकर नाट्य कला मंच दुर्गा मंदिर प्रांगण में आयोजित की गयी। जिसमें देव सूर्य रथ यात्रा के शुभ अवसर पर सामूहिक विवाह का आयोजन पर गंभीरतापूर्वक चर्चा की गयी। उक्त आयोजन के लिए बड़े उत्साह के साथ देव के समाजसेवी बैठक में उपस्थित रहें।
महिला कार्यकर्त्ता पुष्पांजलि सिंह नें अपनें वक्तव्य में कहा कि सामूहिक विवाह के दौरान वर वधु पक्ष के लोगों के ठहरने के लिए व्यवस्था अच्छी रखनी है।साथ ही साथ विदाई के समय भी सामग्री देने की सूची बनाई जाए। मंच के वरिष्ठ सदस्य सुनील प्रताप उर्फ़ मुन्ना भैया ने प्रस्ताव दिया कि वर वधु क़ो जो भी सामग्री दी जाए वो अच्छे क्वालिटी वाला हो।
कंचन देव ने प्रस्ताव दिया कि संस्था की आर्थिक स्थिति को देखते हुए वैवाहिक कार्यक्रम रीति रीवाज़ के साथ आयोजित किया जाए। गुलशन सिंह ने प्रस्ताव दिया कि संस्था की बैठक देव के अलग अलग ग्राम में आयोजित किया जाना चाहिए।जिससे प्रत्येक मोहल्ले -टोले के लोग इससे जुड़ सके और उक्त सामूहिक विवाह कार्यक्रम में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेकर आयोजन क़ो सफल बनायें।
समाजसेवी मदन मोहन मिश्रा नें वर वधु क़ो बर्तन देनें का प्रस्ताव दिया। रणधीर सिंह चंद्रवंशी नें पारंपरिक ढ़ोल नगाड़ा के साथ कार्यक्रम आयोजन करने का प्रस्ताव दिया। संस्था के अध्यक्ष ने सामूहिक विवाह के प्रचार प्रसार के लिए होर्डिंग की व्यवस्था अगले सप्ताह से करने की सहमति दी। बैठक में सामूहिक विवाह के लिए रजिस्ट्रेशन की तिथि मकर संक्रांति तक निर्धारित की गई।
सूर्य नगरी देव में सामूहिक विवाह के आयोजन पर बिंदुवार चर्चा में देव पर्यटन विकास केंद्र के अध्यक्ष उदय सिंह, रथ यात्रा के अध्यक्ष सुनील प्रताप उर्फ़ मुन्ना, सचिव कंचन देव, उपाध्यक्ष पवन पांडेय, रणधीर सिंह चंद्रवंशी, दीपक गुप्ता, युवा नेता चन्दन कुमार, गुलशन सिंह, नन्दलाल कुमार, आपीश्वर सिंह चंद्रवंशी, शिवम् गुप्ता, पुष्पांजलि सिंह, शशि मालाकार, गौतम कुमार, बलिराम सिंह चंद्रवंशी, निखिल कुमार, गौरव कुमार, बिनोद चौधरी, सुनील कुमार एवं अन्य देव के समाजसेवी बैठक में उपस्थित रहे।