औरंगाबाद। एक ओर जहां पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में कट्टरपंथी मुस्लिम समुदाय द्वारा हिन्दू समुदाय के लोगों के साथ बर्बरतापूर्ण तरीके से किए जा रहे कृत की खबर लगातार आ रही है और इससे देश की सांप्रदायिक माहौल बिगड़ रही है। वहीं दूसरी ओर इन सब घटना से इतर औरंगाबाद का एक युवा मुस्लिम अपने खर्च से सदर अस्पताल में इलाज के दौरान मृत हुई एक हिंदू महिला का शहर के अदरी नदी घाट पर अंतिम संस्कार कराकर उन लोगों को एक संदेश देने का का किया है जो लोग देश में सांप्रदायिकता का जहर घोल रहे हैं। सोमवार(21 अप्रैल 2025) की रात शहर के अदरी नदी पर एक हिंदू महिला का अंतिम संस्कार किया जा रहा था।
इस अंतिम संस्कार में एक मुस्लिम युवक द्वारा महिला के अंतिम संस्कार में बढ़ चढ़कर हाथ बटाना, अपने पैसे से लकड़ी, पीतांबरी सहित अन्य सामग्रियों का इंतजाम कराना, चर्चा का विषय बन गया। प्राप्त जानकारी के अनुसार हसपुरा बाजार निवासी रवि कुमार की पत्नी संगीता कुमारी टीवी रोग से ग्रसित थी और उसका पिछले कई दिनों से इलाज चल रहा था। लेकिन सोमवार की रात संगीता की मौत इलाज के दौरान हो गई।
संगीता की मौत के बाद रवि के सामने आर्थिक परेशानी के कारण उसके दाह संस्कार की समस्या उत्पन्न हो गई। अपनी पत्नी के दाह संस्कार के लिए रवि लोगो से मदद की गुहार लगाई। इसकी सूचना शहर के पठान टोली निवासी मुस्लिम युवा शाहनवाज रहमान उर्फ सल्लू खान को लगी। सूचना मिलने पर सल्लू खान ने जाति धर्म और संप्रदाय की छोटी सोच से ऊपर उठकर मानवता सेवा को ही धर्म माना और इस कार्य को खुदा की इबादत मानते हुए सदर अस्पताल पहुंचे।
सदर अस्पताल में राजू से पूरी जानकारी प्राप्त कर उन्होंने अपने पैसे से न सिर्फ महिला के अंतिम संस्कार की सामग्री उपलब्ध करवाई बल्कि श्मशान घाट पर मौजूद भी रहे। इस दौरान मृतक महिला के पति राजू कुमार ने उनके प्रति अपना आभार जताया। वहीं श्मशान घाट का केयरटेकर सागर डोम ने भी इसकी सराहना की। सागर ने कहा कि उसने कई दाह संस्कार कराया।लेकिन ऐसा पहली बार देखा कि किसी मुस्लिम ने किसी हिन्दू का दाह संस्कार कराया हो।
गौरतलब है कि सल्लू खान ने इसके पूर्व भी गया के विष्णुपद में एक पुरुष का दाह संस्कार कराया था। इधर इस मामले में सल्लू खान ने बताया कि पीड़ित मानवता की सेवा करना ही सबसे बड़ा धर्म है। लोग बेवजह जात पात में बंटकर देश में नफरत की आग फैला रहे है। यदि लोग कट्टरपंथी विचारधारा से बाहर निकलकर समाजसेवा की सोच रखे तो यह देश स्वर्ग बन जाएगा।