औरंगाबाद।दाउदनगर अनुमण्डल के एक मात्र अंगीभूत महाविद्यालय दाउदनगर महाविद्यालय में मगध विश्वविद्यालय, बोध गया के माननीय कुलपति प्रो एसपी शाही ने महाविद्यालय में नवनिर्मित मूक्स स्टुडियो, विडियो कॉन्फ्रेंसिंग रूम, आई. क्यू.ए.सी., नवनिर्मित सीढ़ी, लाईब्रेरी रीडिंग हॉल, कम्प्यूटर सेक्शन, शुद्ध पेयजल व्यवस्था, रेन वाटर हारवेस्टिंग एवं वर्मी कम्पोस्ट की व्यवस्था का उद्घाटन किया। इसके अतिरिक्त उन्होंने महाविद्यालय परिसर में वृक्षारोपण भी किया।
इस अवसर पर महाविद्यालय के प्रेमचंद सभागार में कॉलेज द्वारा पर्यावरण की चुनौतियाँ एवं इसके न्यूनीकरण के उपाय विषय पर एक दिवसीय सेमिनार का भी आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन दीप प्रज्वलन एवं कॉलेज की छात्राओं (प्रिती, पूनम, मोनी एवं वर्षा) द्वारा कुलगीत व स्वागत गान के साथ हुआ।
महाविद्यालय के प्रधानाचार्य ने कुलपित एवं अन्य अतिथियों का बुके व मोमेंटो के द्वारा स्वागत किया। अपने स्वागत भाषण में महाविद्यालय में जुलाई 2019 से लेकर अब तक कराए गए विकासात्मक कार्यों का उल्लेख किया तथा कहा कि महाविद्यालय के सभी शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मियों के अथक प्रयास से दाउदनगर महाविद्यालय की तस्वीर बदली जा सकी है। उन्होंने आने वाले समय में महाविद्यालय को नैक से ग्रेडिंग दिलवाने का भरोसा दिलाया।
सेमिनार के प्रथम वक्ता महाविद्यालय के अर्थशास्त्र के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ ज्योतिष कुमार ने जल संकट पर अपनी प्रस्तुति देते हुए कहा कि आने वाले समय में सभी को इस संकट से बचने के लिए मिलकर उपाय करने होंगे। साथ ही उन्होंने दाउदनगर महाविद्यालय में अपने अनुभवों को साझा किया।
सेमिनार के दुसरे वक्ता वनस्पति विज्ञान के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ सुमित कुमार मिश्रा ने ग्लोबल वार्मिंग पर अपना व्याख्यान देते हुए कहा कि पृथ्वी का औसत तापमान निरंतर बढ़ता जा रहा है जिसका मुख्य कारण खनिज ईंधन के उपयोग से निकलने वाली ग्रीन हाउस गैसे हैं। इसके समाधानार्थ उन्होंने बताया कि उर्जा के वैकल्पिक स्त्रोतों का उपयोग कर ग्रीन हाउस गैस के उत्सर्जन को कम कर सकते हैं।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रो एसपी शाही ने कहा कि वर्तमान प्रधानाचार्य प्रो (डॉ) एमएस इस्लाम के नेतृत्व में दाउदनगर महाविद्यालय निरंतर प्रगति के पथ पर अग्रसर है। कुलपति महोदय महाविद्यालय में हुए इस आयोजन से गद्गद थे तथा उन्होंने महाविद्यालय में हुए विकास कार्यों की सराहना की।
उन्होंने सभी शिक्षकों को स्थानीय समस्याओं पर शोध करने का सुझाव दिया साथ ही यह वादा भी किया कि विश्वविद्यालय उनके अकादमिक कार्यों में सदैव सहयोग करेगा। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि मगध विश्वविद्यालय में शैक्षणिक एवं शोध का बेहतर माहौल बना है तथा लंबित परीक्षाओं को युद्धस्तर पर संचालित कर अकादमिक सत्र को ठीक किया जा रहा है।
इस अवसर पर जीबीएम कॉलेज, गया के पूर्व प्रधानाचार्य डॉ जावेद अशरफ, गया कॉलेज गया, के प्रधानाचार्य डॉ सतीश कुमार चन्द्रा, एस सिन्हा कॉलेज, औरंगाबाद के प्रधानाचार्य डॉ एसके मिश्रा, जगजीवन कॉलेज, गया के प्रधानाचार्य डॉ सत्येन्द्र प्रजापति, एसडीएस कॉलेज, कलेर के प्रधानाचार्य डॉ अनिल कुमार मौजुद थे।
इस मौके पर दाउदनगर महाविद्यालय के शिक्षक डॉ सत्येन्द्र प्रसाद, डॉ अभिषेक भकत, डॉ सुमन शेखर, प्रो शशांक मिश्र, डॉ दीपक कुमार, डॉ इन्दु भूषण, डॉ रविन्द्र कुमार, डॉ एकेएम हादी एवं प्रो मंजु सोरेन तथा महाविद्यालय के शिक्षकेत्तर कर्मचारी संघ के अध्यक्ष श्री भरत भूषण सरोज, सचिव प्रवीण कुमार, अनिल कुमार, प्रमोद कुमार, जैनेन्द्र सिंह, श्री प्रवीण एवं संतोष कुमार आदि उपस्थित थे।
धन्यवाद ज्ञापन हिन्दी के प्रो आकाश कुमार ने किया तथा सफल मंच संचालन भूगोल के असिस्टेंट प्रोफेसर एवं एनएसएस संयोजक डॉ देव प्रकाश ने किया।