औरंगाबाद।जिले में शुक्रवार को समाहरणालय के सभाकक्ष में जिला पदाधिकारी-सह-अध्यक्ष जिला उर्वरक निगरानी समिति,औरंगाबाद की अध्यक्षता में जिला स्तरीय उर्वरक निगरानी समिति की बैठक आहूत की गई।जिला पदाधिकारी के अनुमति से जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा बैठक की कार्यवाही प्रारंभ की गई। जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा सर्वप्रथम खरीफ फसल का अच्छादन
183805.846 हे० के विरुद्ध 1298,245 हे० आच्छादन हुआ है। अभी तक इस जिला में यूरिया उर्वरक का 35000 मे०ट0 के विरूद्ध 15754.5 गे०ट0 यूरिया, डीoएoपीo 9500 मे०ट0 के विरूद्ध 2085.30 मे०८0, एनoपी०के० 7000 मे0ट0 के विरूद्ध 1367.00 मे०ट0, एस०एस०पी०300 मे०ट0 के विरूद्ध 383465 मे०ट0 एवं एम०ओ०पी० 2500 मे0ट0 के विरूद्ध 1165.50
मे०ट0 विभिन्न कम्पनीयों के द्वारा प्राप्त हुआ है।जिला पदाधिकारी महोदय के द्वारा टॉप 20 के यूरिया उर्वरक क्रेताओं की जाँच कृषि विभाग के पदाधिकारियों से यथाशीघ्र कराने साथ ही साथ नियमित रूप से उर्वरक प्रतिष्ठानों को छापामारी दल के द्वारा जाँच करने का निदेश दिया गया है। श्री दिलीप कुमार सिंह माननीय सदस्य, बिहार विधान परिषद, औरंगाबाद एवं श्री आनन्द शंकरसिंह, माननीय
सदस्य, बिहार विधान सभा, औरंगाबाद के द्वारा बताया गया कि जिले में इफको उर्वरक का उपावंटन खुदरा उर्वरक के बीच एक समान करे साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में अधिक से अधिक उपावंटन किया जाय जिससे किसानों को ससमय आसानी से उपलब्ध हो सके तथा उर्वरक का सतत निगरानी बनाये रखे।जिला कृषि
पदाधिकारी, औरंगाबाद के द्वारा बताया गया कि जिले में माह अगस्त के अन्त तक धान की रोपनी होती है। जिससे जिले में डीoएoपीo उर्वरक की माँग बढ़ सकती है। इस पर बैठक में उपस्थित सभी सदस्यों के द्वारा निर्णय लिया कि डीoएoपी0 उर्वरक की माँग करने हेतु विभाग से पत्र निर्गत करने हेतु अनुरोध की जाय।
बैठक में जिले के सभी जनप्रतिनिधी-गण , जिला सहकारिता पदाधिकारी, औरंगाबाद एवं उर्वरक कम्पनी के सभी क्षेत्रीय पदाधिकारी उपस्थित थे।