औरंगाबाद।जिले के जम्होर थाना क्षेत्र के जोकहरी गांव स्थित एक गोशाले में मंगलवार को जंगल से आए लकड़बग्घे ने महिला पर हमला कर दिया और तेजी से भाग निकला। लकड़बग्घे के हमले से माहिला घायल हो गई।
जिनका इलाज सरकारी अस्पताल में कराया गया। फिलहाल उनकी स्थिति खतरे से बाहर है। घायल महिला की पहचान गांव मनीष कुमार की मां सुनैयना देवी के रूप में की गई है। इस संबंध में मनीष ने बताया कि उसकी मां सुबह गौशाला मे सफाई के लिए गई थी। तभी गौशाले में मौजूद जंगली जानवर ने उन पर हमला बोल दिया।
फिलहाल उनकी हालत खतरे से बाहर है। गांव में हुए इस हमले के बाद ग्रामीणों में दहशत व्याप्त है और लोगों ने इसकी सूचना वन विभाग को दी। सूचना मिलते ही विभाग की टीम अपनी कार्रवाई में जुट गई है। इस संबंध में डीएफओ रुचि सिंह ने बताया कि ग्रामीणों के द्वारा सूचना मिली कि गांव में तेंदुआ भटककर आ गया है और उसने एक महिला को जख्मी कर दिया है।
सूचना मिलते ही गांव में टीम पहुंची और तेंदुए के फूट प्रिंट की तहकीकात की। मगर फुट प्रिंट तेंदुए का नहीं मिला। उन्होंने बताया कि उक्त फुट प्रिंट लक्कड़बग्घे की तरह था और कुछ ग्रामीणों के द्वारा ऐसी ही जानकारी प्राप्त हुई।
उन्होंने बताया कि लकड़बग्घे को पकड़ने के लिए गया, औरंगाबाद और महाराजगंज की क्यूआरटी की टीम को लगाया गया है और पिजड़े भी रखे गए है ताकि उसे कैद किया जा सके। डीएफओ ने बताया कि सुबह के बाद से लकड़बग्घा नजर नहीं आया। मगर टीम सतर्कता बरत रही है।
इधर वन विभाग की टीम द्वारा भले ही गांव में लकड़बग्घे के आने की बात करे लेकिन ग्रामीण उसे तेंदुआ मानकर चल रहे है और उससे बचाव के लिए अपने अपने मवेशियों को सुरक्षित स्थानों पर बांध रहे हैं। ग्रामीण बताते हैं कि उक्त तेंदुआ बगल के गांव चित्रगोपी स्थित बड़े बागीचे में छुपा हुआ है।