श्याम सुंदर राजद जिप प्रतिनिधि, क्षेत्र संख्या-06 (गोह)
जमीन का दाम मांगने वाले किसानों पर फर्जी मुकदमा दर्ज करेगी सरकार! ये धमकी भरी बातें मैं नहीं, हमीदनगर पुनपुन बराज परियोजना के कार्यपालक अभियंता राजू कुमार ने महेश परासी में किसानों से कही। इससे किसानों में बौखलाहट है। किसान फर्जी मुकदमा झेल लेंगे। जेल जीवन देख लेंगे। लेकिन बिना उचित मुआवजा लिये काम नहीं होने देंगे।
आज दोपहर किसानों के अधिग्रहित जमीनों का बिना मुआवजा दिये तटबंध का काम शुरू कर दिया। इसका विरोध करने पहुंचे किसानों को अधिकारियों ने धमकाया-काम रोकना सरकारी काम में बाधा डालना है। मुकदमा दर्ज करूंगा। यही नहीं, अधिकारियों ने 10 लोगों का नाम भी अपनी डायरी में दर्ज कर लिया है।
बता दूं कि इस वर्ष खानापूर्ति ही सही, अबतक किसान प्रतिनिधियों के साथ तीन बैठकें हुईं हैं। तीनों बैठक बेनतीजा रहा। आनन-फानन में बुलाई गई बैठक में किसान पहुंचे ही नहीं।
अगली बैठक तीन मई को हमीदनगर में होनी है। कल मीरपुर में आयोजित बैठक में पहुंचे भूअर्जन अधिकारियों के पास कोई कागजात तक नहीं था। इसी से सरकार की गंभीरता समझी जा सकती है।
सरकार की गंभीरता तो इस बात से भी समझी जा सकती है कि पिछले 15 वर्षों से बराज का काम लंबित है। किसान अपनी पुरानी मांगों मसलन अधिग्रहित जमीनों का आज के बाजार भाव से दाम, जमीन किसी का भुगतान किसी और का जैसे त्रुटिपूर्ण भुगतान, बगीचा का उचित मूल्य समेत अन्य बुनियादी सुविधाओं की मांग कर रहे हैं। इस बाबत जिप प्रतिनिधि और राजद नेता श्याम सुंदर ने कहा कि मुझे आशंका है किसान हित की बात करने पर अधिकारी एक
बार फिर से फर्जी मुकदमें में फंसाएंगे। सचमुच सरकार किसान हित की बात करती है तो खुले मन से सारे विवाद सुलझाये। तब काम शुरू करे। भला बिहार लेनिन अमर शहीद जगदेव बाबू के सपना और लालू प्रसाद यादव द्वारा शिलान्यास किये हुए परियोजना के विरोधी किसान कैसे हो सकते हैं।