औरंगाबाद।बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा आयोजित बिहार बोर्ड 10वीं की परीक्षा जिले के 47 परीक्षा केंद्रों पर सोमवार के पूर्वाह्न 10 बजे से शुरू हो गई। परीक्षा को कदाचार मुक्त बनाने के लिए औरंगाबाद अनुमंडल में 23 तो दाउदनगर अनुमंडल में 24 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। दो पालियों में आयोजित परीक्षा में प्रथम
पाली में 49,389 परीक्षार्थी शामिल होंगे। विधि व्यवस्था को लेकर जिला प्रशासन के द्वारा व्यापक इंतजाम किए गए हैं। परीक्षा को लेकर औरंगाबाद अनुमंडल में आठ केंद्रों पर छात्र और 15 केंद्रों पर छात्राएं परीक्षा देगी। दाउदनगर अनुमंडल के 24 केंद्रों में 7 केंद्रों पर छात्राएं और 17 केंद्रों पर छात्र परीक्षा दे रहे हैं। औरंगाबाद में तीन तथा दाउदनगर में एक आदर्श परीक्षा केंद्र बनाया गया है।
जिन्हें आकर्षक तरीके से सजाया गया है। परीक्षा केंद्र में प्रवेश को लेकर सुबह से सभी केंद्रों पर छात्र-छात्राओं की भारी भीड़ देखी गई। परीक्षा समिति के निर्देशानुसार शहर के सच्चिदानंद सिन्हा कॉलेज परीक्षा केंद्र पर 9:00 बजे प्रवेश द्वार बंद कर दिया गया। प्रवेश द्वार बंद होने से पूर्व कई छात्राएं दौड़कर परीक्षा केंद्र में प्रवेश किए।लेकिन 9 बजे मुख्यद्वार के बाद हो जाने से 10 छात्राओं को प्रवेश नहीं करने दिया गया और उन्हें प्रथम दिन की परीक्षा से वंचित होना
पड़। परीक्षार्थियों ने काफी रोई गिड़गिड़ाई फिर भी गाइडलाइन का हवाला देते हुए उन्हें प्रवेश नहीं करने दिया गया। अभिभावकों के द्वारा हंगामा भी किया गय। कुछ परीक्षार्थियां प्रवेश द्वार को चढ़कर पार करना चाह रही थी लेकिन पुलिस पदाधिकारी के द्वारा उन्हें रोक दिया गया। केंद्र पर हंगामा की आशंका को देखकर वरीय पुलिस पदाधिकारियों के निर्देश पर पुलिस फोर्स को भेजा गया और पुलिस के द्वारा मुख्य द्वार से भीड़ को हटाया गया।