सदर अस्पताल के क्षेत्रीय प्रशिक्षण सभागार में जिला स्वास्थ्य समिति औरंगाबाद द्वारा अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी औरंगाबाद की अध्यक्षता में जन औषधि दिवस विषयक एक सेमिनार का आयोजन किया गया. इस क्रम में अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि आम जन को सस्ती दर पर दवा उपलब्ध हो इसके लिए सरकार द्वारा एक पहल की गई है जिसके अंतर्गत जन औषधि केंद्र खोले जा रहे हैं.
सेमिनार में अपनी बात रखते हुए सहायक औषधि नियंत्रक अशोक आर्य द्वारा जन औषधि दिवस, जेनेरिक मेडिसिन एवं प्रधानमंत्री प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि केंद्र के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई. औषधि नियंत्रक द्वारा बताया गया कि प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्रों पर 1759 प्रकार की औषधियां एवं 280 प्रकार के सर्जिकल उपकरण उपलब्ध होते हैं. उन्होंने यह भी बताया कि जन औषधि केंद्रों में उपलब्ध दवाइयां सस्ती होने के साथ-साथ, गुणवत्ता पूर्ण और प्रभावी भी होती हैं.
जिला योजना समन्वयक नागेंद्र कुमार केसरी द्वारा दिए गए वक्तव्य में कहा गया कि प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र के प्रति जन जागरूकता के लिए प्रत्येक वर्ष 7 मार्च को जन औषधि दिवस का आयोजन किया जाता है. उन्होंने लोगों को जन औषधि केंद्रों से जुड़ने के लिए प्रेरित किया.
इस मौके पर सदर अस्पताल के उपधीक्षक डॉ. सुरेंद्र कुमार द्वारा उपस्थित लोगों की तरफ से पूछे गए सवालों का उत्तर दिया. इस क्रम में स्पष्ट किया गया कि जेनेरिक मेडिसिन मैं साल्ट की कमी नहीं होती है बल्कि किफायती पैकेजिंग होने के कारण तथा ब्रांडिंग नहीं होने के कारण सस्ती पड़ती हैं.
इस दौरान लिपिक कृष्णदेव प्रसाद वर्मा, औषधि निरीक्षक संजय कुमार, फार्मासिस्ट संजय चंद्र भूषण, पैरामेडिकल वर्कर संतोष कुमार, फिजियोथैरेपिस्ट विजय कुमार सहित सदर अस्पताल के चिकित्सक एवं चिकित्सकेत्तर कर्मी, लाभार्थी एवं अन्य उपस्थित रहे.