इस्लाम टोली स्थित अपनी जमीन पर बाउंड्री करवाने गई महिला ने पूर्व BJP नेता पर लगाया मारपीट का आरोप, पूर्व BJP नेता ने कहा आरोप निराधार

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औरंगाबाद।शहर के इस्लाम टोली स्थित एक जमीन पर बाउंड्री करने गई एक महिला एवं उसके पति के साथ मारपीट किए जाने का मामला प्रकाश में आया हैं और इस संबंध में कर्मा रोड स्थित भास्कर नगर निवासी रामलाल चौधरी की पत्नी संगीता देवी द्वारा नगर थाने में एक प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।

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बुधवार के अपराह्न तीन बजे महिला संगीता देवी ने बताया कि उसने दस वर्ष पूर्व इस्लाम टोली में जमीन खरीदी है। जिसका सारा कागजात सही है। लेकिन जब भी वह अपने जमीन पर कुछ भी निर्माण कार्य के लिए जाती अनिल ओड़िया बराबर उसका विरोध करते और धमकी देकर भगा देते। वे कहते कि इस जमीन पर अगजा जलता हैं और यहां किसी भी प्रकार का निर्माण कार्य नहीं होने देंगे। महिला ने बताया कि उसे अपनी बेटी की शादी करनी है इसलिए उक्त जमीन को राहुल सिंह नाम के एक व्यक्ति से बेच रही हैं।

जिसके लिए दस लाख रुपए नगद भी ले रखी है। जमीन बेचने से पहले जब वह अपने पति रामलाल चौधरी और जमीन क्रेता राहुल सिंह के साथ बाउंड्री कराने पहुंची तो अनिल ओड़िया अपने पुत्र संटू और एक युवक सुमन एवं 4 से 5 अन्य युवकों के साथ जमीन पर पहुंचे और जातिसूचक शब्द का प्रयोग करते हुए गाली देते हुए पीटना शुरू कर दिया।

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मुझे बचाने पहुंचे मेरे पति को भी पीटा। ऐसा देख साथ गए राहुल सिंह ने दौड़कर हम दोनों पति पत्नी को बचाया। घायल अवस्था में दोनों ने सदर अस्पताल में इलाज कराया। महिला संगीता देवी ने पुलिस पदाधिकारियों से न्याय की गुहार लगाई हैं और कहा है कि न्याय नहीं मिल तो वह आत्म हत्या कर लेगी। इधर महिला के पति और जमीन के क्रेता राहुल सिंह ने भी महिला की बातों को सत्य बताते हुए बयान दर्ज कराया है।

इधर इस संबंध में जब पूर्व भाजपा नेता अनिल ओड़िया से बात की गई तो उन्होंने पूरे मामले को राजनीतिक साजिश करार दिया और कहा कि महिला की बातों में जरा भी सच्चाई नहीं है। उन्होंने कहा कि वह न तो महिला को जानते है और न ही महिला उन्हें पहचानती है। उक्त स्थल पर जब महिला गई ही नहीं थी तो मारपीट उसके साथ कैसे हो गई।

एक साजिश के तहत उसके या प्रशासन के द्वारा मुझे बेवजह फंसाने की साजिश रची गई और मेरे ऊपर आरोप लगाया गया है। उन्होंने जमीन पर निर्माण कार्य का विरोध करने के सवाल पर कहा कि जब वहां पूर्व से अगजा जलाया जाता है तो फिर विरोध तो पूरे समाज के लोगों ने किया होगा तो मेरे ऊपर ही सिर्फ आरोप लगाना एक साजिश है।

वही इनके पक्ष में उतरे पूर्व वार्ड पार्षद मो.फारूक अहमद ने बताया कि उक्त जमीन को देव स्टेट के राजा ने बंगाली खा को दिया था और बंगाली खा ने उसे एक वार्ड पार्षद शकील के ससुर को बेचा और उनके ससुर ने उसे शकील को दिया। अब शकील ने उसे संगीता को बेच दिया। उन्होंने कहा कि उक्त जमीन पर पिछले सौ वर्षों से उस पर अगजा जलाया जा रहा है।

उन्होंने यह भी कहा कि अनिल पर जो आरोप लगाए जा रहे है वह बेबुनियाद है क्योंकि उक्त महिला उस तिथि को वहां गई ही नहीं थी। जिस तिथि में उसके द्वारा आरोप लगाया जा रहा है। इधर इस्लाम टोली की एक महिला जो उक्त जमीन के पास उपले ठोकने का काम कर रही थी उसने ऐसे किसी भी घटना से इंकार किया है।

इधर इस मामले में पूर्व सहकारिता मंत्री रामाधार सिंह ने भी अनिल ओड़िया के समर्थन में अपने फेसबुक पेज पर इस कार्रवाई की निंदा करते हुए पुलिस पर ज्यादती करने का आरोप लगाया है। फिलहाल प्राथमिकी दर्ज होने के बाद पुलिस पूरे मामले की जांच में जुट गई हैं। अब देखना यह होगा कि जांच के बाद पुलिसिया रिपोर्ट क्या आता है और इसमें कौन सच और कौन झूठ है यह अभी भविष्य के गर्त में है।

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