औरंगाबाद के रफीगंज थाना क्षेत्र के भदवा बाजार में बीती रात असामाजिक तत्वों ने पांच छोटे छोटे दुकानों तथा बाजार में खड़ी दो वाहनों में आग लगा दी। जिससे सभी दुकानें धू धूकर जल उठी।इस दौरान असामाजिक तत्वों के द्वारा एक भूसा वाले घर में भी आग लगाई।घटना की सूचना रात्रि में ग्रामीणों के द्वारा रफीगंज पुलिस को दी गई लेकिन पुलिस गुरुवार की सुबह पहुंची तब तक दुकानों में रखी सारी सामग्रियां जलकर राख हो गई।
स्थानीय लोगों ने काफी बचाने का प्रयास किया मगर उनके प्रयास विफल रहे और आग में दुकान की सामग्री स्वाहा हो गई।अगलगी की घटना में दो विधवा महिलाओं की भी दुकानें हैं जो इस दुकान से किसी तरह विभिन्न सामग्रियों को बेचकर अपने बच्चों का भरण पोषण कर रही थी। मगर असामाजिक तत्वों की बेरहमी का सभी शिकार हो गए।
अगलगी में रविंद्र प्रसाद गुप्ता, स्व प्रह्लाद प्रसाद गुप्ता, कंचन देवी एवं लखिया देवी की दुकानें शामिल हैं। असामाजिक तत्वों को इससे भी मन नहीं भरा तो उन्होंने गांव के ही अनिल चौधरी के पिकअप एवं विक्टा गाड़ी को भी फूंक डाला।इस हादसे में एक दुकान में राखी बेचकर कैश काउंटर में रखे गए चार हजार रुपए भी जलकर राख हो गए।
अगलगी की घटना के बाद सभी पीड़ित परिवार का रो रोकर बुरा हाल है। असामाजिक तत्वों की इस करतूत बाजार में दहशत व्याप्त है और किसी के समझ में नहीं आ रहा है कि इस घटना को अंजाम देने के पीछे असमाजिक तत्वों का क्या मकसद था। फिलहाल मौके पर पहुंची पुलिस जानकारी उपलब्ध कर रही है।लोगों का आक्रोश इस बात को लेकर भी है कि न तो समय पर पुलिस पहुंची और न ही दमकल की गाड़ी।
अगलगी की घटना सुनकर रात से ही मौके पर पहुंचे बीबीपुर निवासी व सामाजिक कार्यकर्ता रंजय सिंह ने गुरुवार की सुबह 8 बजे बताया कि घटना के बाद से दो विधवा महिलाएं जिनकी पूरी दुनियां ही उजड़ गई।उनकी मदद के लिए आस पास के ग्रामीण क्षेत्रों से चंदा एकत्रित किए जा रहे हैं ताकि उनका एवं उनके बच्चे की परवरिश हो सके।
उन्होंने बताया कि रात्रि में एसपी एवं सदर एसडीपीओ को काफी कॉल किया गया लेकिन उनका कॉल नहीं उठा।जिसको लेकर ग्रामीणों में आक्रोश है।