औरंगाबाद।एंटी करप्शन इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो के पदाधिकारियों के द्वारा स्वामी विवेकानंद की 161 वी जयंती के उपलक्ष पर शहर के राज नारायण सिंह पार्क में संगोष्ठी सभा एवं दीप उत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया। सभी लोगों ने विवेकानंद के तैल चित्र के ऊपर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए उनकी कृतियों को स्मरण किया, ऐसे महान विभूति के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित की। वही
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए संगठन के राष्ट्रीय सचिव आदित्य श्रीवास्तव ने बताया कि युग प्रवर्तक स्वामी विवेकानंद ने भारतीय संस्कार, संस्कृति को भारत के गुलामी काल में भी शिकागो के विश्व धर्म सम्मेलन में अपने प्रखर व ओजस्वी वचनों से भारत की पहचान स्थापित की थी। आज हर युवा वर्ग को विवेकानंद चरितार्थ ओ को अपने जीवन में उतारने की जरूरत है तभी एक अच्छे राष्ट्र की निर्माण का कल्पना की जा सकती है।
ऐसे महान विभूतियों के बारे में हर युवा वर्ग को उनके इतिहास को जानने की जरूरत है।हमें अगर जीवन में उच्च लक्ष्यों पर पहुंचना है, तो विवेकानंद के बताए कठिन मार्गों पर चलना होगा, एवं उनकी जीवनशैली को अपने जीवन में उतारने होगा।छोटी उम्र से ही स्वामी विवेकानंद को अध्यात्म में रुचि हो गई थी।
पढ़ाई में अच्छे होने के बावजूद भी 25 साल की उम्र में उन्होंने अपने गुरु से प्रभावित होकर सांसारिक मोह माया त्याग दी और संन्यासी बन गए। संन्यास लेने के बाद उनका नाम विवेकानंद पड़ा। स्वामी विवेकानंद ने 1897 में कोलकाता में रामकृष्ण मिशन की स्थापना की थी। वहीं 1898 में गंगा नदी के किनारे बेलूर में रामकृष्ण मठ की स्थापना भी की थी।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए ओम प्रकाश ने बताया कि स्वामी विवेकानंद की उनके जीवन के चीरतार्थों को हर युवा वर्ग को अपने जीवन में उतरने की जरूरत है तभी एक अच्छे समाज का और एक अच्छे राष्ट्र का निर्माण हो सकता है। जिला जॉच सचिव रणवीर सिंह ने कहा कि विवेकानंद एक महान विभूति थे जो समाज को एक बेहतर संदेश देने का काम किया।
इस मौके पर जिला सचिव सुमित कुमार सिंह, जिला सामाजिक सचिव पप्पू सिंह, जिला प्रभारी ओम प्रकाश, जिला जॉच सचिव रणवीर सिंह, कमलेश कुमार सिंह, गोविंद कुमार, अन्य कई लोग मौजूद थे।