औरंगाबाद।देव में पहली बार महाशिवरात्रि के शुभ अवसर पर देव संस्कृति परिषद के द्वारा प्राचीन बुढ़वा महादेव स्थान से भगवान शिव की बारात पारम्परिक ढ़ोल बाज़े के साथ निकाली गयी. बारात में शामिल बृन्दावन झांकी के अघोरीयों, भूत प्रेत व नंदी बैल क़ो मुख्य बाजार होते हुए सूर्य मंदिर से शिवालय मोड़ होते हुए ऐतिहासिक रानी तालाब शिवशक्ति पीठ मंदिर में लाया गया।
उसके बाद दीवानबाग़ होते हुए गोदाम पर से सूर्यकुण्ड पर आकर भगवान शिव पार्वती विवाह कराया गया बृन्दावन झांकी के अघोरीयों द्वारा शिव तांडव, बम बम बोलें करते हुए सांस्कृतिक कार्यक्रम कियें
देव के शिवालय मोड़ पर अघोरीयों, भूत प्रेत नें अपनें करतब दिखा कर खेलें भष्म की होली और निकाले आग के गोले नें सूर्य नगरी क़ो शिवमय कर दियें श्रद्धांलुओं भी ख़ुशी से झूम उठे शिव श्रृंगार और रानी तालाब मंदिर के सदस्यों नें बारात का स्वागत करते हुए मिठाइयाँ और शरबत बितरण कियें दीवानबाग़ में अघोरीयों का जोरदार स्वागत बंदन किया गया
देव संस्कृति परिषद के अध्यक्ष भूपेश कुमार,सचिव दीपक गुप्ता, कोषाध्यक्ष राजदेव भगत, मेघराज कुमार, रमेश पाल, बिनोद चौधरी, शिवपुजन सिंह,सुनील प्रताप,महोत्सव पुरुष सिद्धेश्वर विद्यार्थी,उपेंद्र यादव,राकेश चौरसिया, सनोज सत्यार्थी, निखिल वर्धन राकेश सिंह, रामधारी सिंह जी नें बरातियों क़ो शांतिपूर्वक ले जाने में मदद कियें
शिवालय में बरातियों क़ो स्वागत में पवन बाबा, उपेंद्र मेहता, राकेश सिंह नें अहम् भूमिका निभाई जनसहयोग से हुए कार्यक्रम में सहयोगियों में नगर अध्यक्ष पिंटू साहिल, उपाध्यक्ष गोलू गुप्ता, सविता देवी ब्रिजा जी एवं अन्य श्रद्धांलुओं क़ो क़ो मंच से सम्मानित किया गया