औरंगाबाद।पूर्व केंद्रीय मंत्री व शोषित इंकलाब पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष नागमणि गुरुवार को औरंगाबाद पहुंचे और दानी बिगहा स्थित सर्किट हाउस में बिहार सरकार की शासन व्यवस्था और नीतियों पर जमकर प्रहार किया। तमिलनाडु में बिहार के मजदूरों पर हुए हमले की चर्चा पर उन्होंने विशेष कुछ तो नही बोला लेकिन वर्तमान के नीतीश एवं लालू सरकार को बेशर्म तक कह डाला।श्री नागमणि ने कहा कि जिस राज्य की सरकार अपने राज्य के नागरिकों को उनके फंडामेंटल अधिकार की पूर्ति नहीं कर सकती उसे सत्ता में बने रहने का अधिकार नहीं है।
आज बिहार के नौजवान देश के विभिन्न हिस्सों में बिहारी के नाम पर पीटे जा रहे है और सरकार चैन की नींद सो रही है।देश की राजधानी दिल्ली में कुल आबादी की तीस प्रतिशत बिहारी हैं।क्योंकि बिहार में अभी तक जितनी सरकारें बनी सबने सिर्फ और सिर्फ राजनीति की है उन्हे बिहार की जनता से कोई मतलब नही और बिहार की दुर्दशा में कांग्रेस एवं महागठबंधन की सरकार का अहम रोल है।उन्होंने कहा कि बिहार की शिक्षा एवं स्वास्थ्य व्यवस्था चौपट है।किसानों को उनके उपज की सही कीमत नही मिल रही।राज्य में बेरोजगारी, भ्रष्टाचार एवं अपराध चरम पर है।
श्री नागमणि ने कहा कि बिहार में माइंस एवं मिनरल्स नहीं है ऐसी स्थिति सरकार को चाहिए कि राज्य के शिक्षित बेरोजगार नौजवान को 25 से 50 लाख तक की पूंजी मुहैया कराकर उन्हें किसानों द्वारा उत्पादित फल, सब्जी, फिशरी, पोल्ट्री के साथ साथ अन्य लघु उद्योग एवं व्यवसाय से जोड़कर पलायन को रोकें मगर यह नहीं किया जा रहा है।