7 मार्च को औरंगाबाद में महासत्संग करेंगे गुरुदेव श्री श्री रवि शंकर आगमन की तैयारी को लेकर निकाली गई शोभायात्रा 

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9 फरवरी, औरांगाबाद: वैश्विक मानवतावादी और आध्यात्मिक गुरु, गुरुदेव श्री श्री रवि शंकर की मार्च में आगामी उज्जवल बिहार यात्रा के उनके आरांगाबाद दौरे की प्रतीक्षा में, आर्ट ऑफ लिविंग के स्वयंसेवकों ने रविवार, को शाम 4 बजे एक प्रेरणादायक शोभा यात्रा का आयोजन किया किया जिसमें 200 से 250 लोगों ने भाग लिया । यह यात्रा गणेश मंदिर, धर्मशाला रोड से शुरू होकर, सदर बाजार

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क्षेत्र होते हुए रमेश चौक तक पहुंची। इस जीवंत यात्रा का नेतृत्व आर्ट ऑफ लिविंग के स्वयंसेवकों और ध्यान प्रशिक्षकों ने किया जिसमें भक्ति गीत और नृत्य प्रस्तुतियों के माध्यम से उत्सव मनाते हुए लोगों को आगामी दौरे की जानकारी दी गई।

7 मार्च 2025 को सुबह 10:30 बजे गुरुदेव श्री श्री रवि शंकर कई वर्षों बाद औरंगाबाद का दौरा करेंगे जहां वे मुंशीबीघा में लगभग 1 लाख ग्रामीण पुरुषों और महिलाओं को संबोधित करेंगे और उनके लिए ध्यान सत्र का आयोजन करेंगे।

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आर्ट ऑफ लिविंग की वरिष्ठ ध्यान प्रशिक्षिका संगीता सिन्हा ने बताया, “गुरुदेव के मार्गदर्शन में औरंगाबाद में पिछले 2 दशकों से युवाओं, महिलाओं एवं सभी आयु वर्ग के लोगों को तनाव और चिंता से मुक्ति के लिए विभिन्न कार्यक्रमों जैसे युवा नेतृत्व प्रशिक्षण कार्यक्रम, नवचेतना शिविर और रूरल हैप्पीनेस कार्यक्रम का

आयोजन किया जाता रहा है, जिससे आज लाखों की संख्या में लोग बेहतर मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य का लाभ उठा रहे हैं।” इन कार्यक्रमों में लोगों को ज्ञान, ध्यान, योग, प्राणायाम और विशेष सांस तकनीकें सिखाई जाती हैं। संगीता सिन्हा ने बताया, “ गुरुदेव की

प्रेरणा से आर्ट ऑफ लिविंग संस्था ने औरांगाबाद में, कई वर्षों तक लगातार बाल विवाह के विरुद्ध जागरूकता अभियान चलाया गया और बहुत सी लड़कियों को बाल विवाह के दलदल में फंसने से बचाया गया। नशामुक्त समाज की दिशा में भी गुरुदेव की संस्था ने लोगों में विशेष सजगता फैलाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई है। साथ ही संस्था की ओर से क्षेत्र में लगभग 5000 सोलर लाइटें लगवाई गईं है जिससे लोगों को काफी सुविधा हुई है।

आर्ट ऑफ लिविंग के वरिष्ठ शिक्षक और कार्यक्रम के आयोजक, नितिन शर्मा ने शोभा यात्रा के विषय बात करते हुए कहा, “शोभायात्रा: एकता और भाईचारे का प्रतीक, संस्कृति और परंपरा का रंग, समाज को जोड़ने का एक मजबूत बंधन है।”

उन्होंने कहा, ” यह विभिन्न समुदायों को एक साथ लाने, सांस्कृतिक मूल्यों को बढ़ावा देने और सामाजिक एकता को मजबूत करने का एक महत्वपूर्ण अवसर है। गुरुदेव के औरंगाबाद आगमन को लेकर शहर में जन जागृति अभियान के लिए यह शोभायात्रा बहुत ही महत्वपूर्ण थी और लोगों का भीतर भक्ति की एक लहर उठाने के लिए इस शोभायात्रा का आयोजन किया गया था।”

गुरुदेव 6 मार्च से 10 मार्च, 2025 तक उज्ज्वल बिहार यात्रा के अंतर्गत बोधगया, औरंगाबाद, पटना, पूर्णिया, भागलपुर और मुंगेर का दौरा करेंगे और उनकी उपस्थिति में सभी स्थानों पर विशेष ध्यान एवं महासत्संग का आयोजन किया जाएगा। इस दौरान गुरुदेव राजनीति, प्रशासन, तकनीकी और मीडिया क्षेत्र के गणमान्य लोगों से मुलाकात भी करेंगे।

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