औरंगाबाद साहित्यिक, सांस्कृतिक, शैक्षणिक, खेल एवं फिल्म निर्माण के क्षेत्र में देश में अपनी पहचान बना चुका है। यहां की मिट्टी ने हर क्षेत्र में प्रतिभा जना है। ऐसी ही एक प्रतिभा है आफताब राणा, जिन्होंने काफी संघर्ष और मेहनत की बदौलत अपनी पहचान बनाई है। औरंगाबाद की तंग गलियों से उन्होंने मायानगरी का सफर तय किया और आज देश की बड़ी बड़ी हस्तियों के शोहबत ने उन्हें बड़े निर्देशक के रूप में स्थापित किया है।
स्ट्रीट कलाकार से स्टेट कलाकार और फिर कंट्री कलाकार के सफर ने उन्हें काफी खट्टे मीठे अनुभव से लबरेज की और उनके संघर्ष को आयाम दिया। आज उनकी फिल्म ‘ बैंड मास्टर एंड डॉटर ‘ प्रदर्शन से पूर्व ही लोगों के बीच चर्चित हो चुकी है। फिल्म एक बैंड मास्टर के जीवन पर आधारित है। जिसमें पारिवारिक ताने बाने को बखूबी से दिखाया गया है। अब्दुल रज्जाक शाह की लेखनी कमाल के शब्द गढ़े हैं जिसकी अदायगी लोगों को काफी पसंद आ रही है।
फिल्म का निर्देशन आफताब राणा एवं ए आर शाह ने किया और अपने निर्देशन कौशल से फिल्म को सजाया है। फिल्म के निर्माता एन के लक्ष्मी हैं जबकि इसके कैमरामैन नंद किशोर और रोमी शाह है।जिसकी एडिटिंग नंदू ने की है। फिल्म की सभी शूटिंग नागपुर एवं इसके आस पास के क्षेत्रों में की गई है और विदर्भ के रंगकर्मियों ने फिल्म में अपनी अपनी भूमिका में जान का दी है। फिल्म में अपनी संगीत से चार चांद लगाया है। कुल मिलाकर फिल्म पूरे परिवार के साथ सिनेमा हॉल में देखने लायक है।