औरंगाबाद। सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में गंभीर अवस्था में इलाज के लिए आई एक रेप पीड़िता को प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए मगध मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल गया रेफर कर दिया गया। पीड़िता की मां ने अपनी बेटी की पिटाई का आरोप महिला थाना की महिला पुलिस पर लगाया है और इस संबंध में एसपी को आवेदन लिखकर महिला थानाध्यक्ष एवं अन्य पुलिसकर्मियों पर कारवाई की मांग भी की गई है।
हालांकि इस संबंध में महिला थानाध्यक्ष कुमकुम कुमारी ने आरोप को बिलकुल बेबुनियाद बताया और कहा कि उक्त नाबालिग खुद पीड़िता है उसके साथ कोई कैसे मारपीट कर सकता है।थाना परिसर में सीसीटीवी लगा हुआ है। उसे देखा जा सकता है।
थानाध्यक्ष ने कहा कि नाबालिग के साथ बलात्कार का मामला दर्ज है और उसी मामले के तहत उसे आज मेडिकल जांच एवं न्यायालय में 164 के बयान के लिए बुलाया गया था। उन्होंने बताया कि बयान तो नही हुआ लेकिन मेडिकल चेकअप हो गया। महिला थानाध्यक्ष ने बताया कि नाबालिग की तबियत कई दिनों से खराब भी चल रही है और दवा भी एक माह से छूटा हुआ है। ऊपर से आज उसे मां ने खाना भी नहीं खिलाने दिया। इसी बीच उसकी तबीयत बिगड़ी तब सदर अस्पताल में भर्ती कराया।
गौरतलब है कि आज से डेढ़ माह पूर्व पीड़िता का उस वक्त गांव के ही दो लड़कों ने बलात्कार कर दिया जब वह शाम को गांव के बधार में बकरी चराने गई थी। इतना ही नहीं दोनो ने उसका वीडियो भी बना लिया। बलात्कार के बाद वीडियो को वायरल करने की धमकी देकर प्रताड़ित किया जाने लगा। पिछले माह के ही 23 जुलाई को काफी मिन्नत के बाद वीडियो डिलीट करने के लिए लड़कों ने नाबालिग को 24 जुलाई को बुलाया और फिर उसका बलात्कार किया।फिर विडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।
इस घटना के बाद नाबालिग ने खाना पीना छोड़ दिया और उसकी तबीयत भी बिगड़ गई। अंत में पीड़िता अपनी मां के साथ महिला थाना आई और दोनो लड़कों पर प्राथमिकी दर्ज कराना चाहा। मगर वह दर्ज नही हो सका। फिर पीड़िता एवं उसकी मां एसपी के पास अपनी शिकायत लेकर गई। तब जाकर महिला थाना में प्राथमिकी दर्ज हुई। अभी इस मामले में एक आरोपी को पकड़ा गया है। अभी इसको लेकर कोई कारवाई होती की पिटाई के आरोप का नया मामला सामने आ गया।