- राजेश मिश्रा
औरंगाबाद।इन दिनों नियमों के ताख पर रखकर नाबालिक ई-रिक्शा सड़कों पर सरपट दौड़ा रहे हैं। शनिवार को जिले के रमेश चौक के पास कई नाबालिक बच्चे ई रिक्शा चलाते देखे गए, इस पर परिवहन पदाधिकारी को जरूर संज्ञान लेनी चाहिए। हला की शनिवार एवं रविवार को अक्सर दो पहिया वाहन का हेलमेट चेक एवं चार पहिया वाहन का सीट बेल्ट की चेकिंग जरूर की जाती है।
लेकिन यह पर्याप्त नहीं है।निरंतर ड्राइविंग लाइसेंस की चेकिंग कर स्थिति में सुधार लाई जा सकती है। अन्यथा जिस प्रकार से मनमानी रूप से ऑटो, एवं ई रिक्शा बिना रूट चाट के चलाए जा रहे हैं,जो आम जनों के जीवन से खिलवाड़ करने जैसा है। जिले के सरकारी तंत्र परिवहन कार्यालय से महज सौ मीटर फासले पर पर रमेश चौक स्थित है।यहां पुलिस कर्मियों की ड्यूटी भी लगाई जाती है ताकि अनावश्यक रूप से वाहन खड़ी ना हो फिर भी यह कटु सत्य है।ऐसा संभव ही नहीं हो पता एवं अनावश्यक रूप से कई गाड़ियां खड़ी होती है। जिसकी वजह से हमेशा जान की समस्या उत्पन्न हो जाती है।
जिसका प्रमुख रूप से सबसे बड़ी कारण वाहनों का रूट चार्ट का निर्धारण ना होना क्योंकि अगर रूट चार्ट का निर्धारण कर दिए जाए तो जाम की समस्या से निजात पाया जा सकता है। साथ ही जिस प्रकार से सीट बेल्ट एवं हेलमेट की चेकिंग की जाती है। उसी प्रकार से ड्राइविंग लाइसेंस का भी निरंतर चेकिंग होनी चाहिए और अगर नाबालिक वाहन चलाते पकड़े जाएं तो वाहन को जप्त करते हुए वाहन मालिक पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए तभी इस समस्या से निजात पाया जा सकता है।