औरंगाबाद। ऐसा लगता है कि बिहार का पुलिस हेल्पलाइन नंबर 112 प्रभावहीन हो चुका है । मैं ऐसा इसलिए कह रहा हूं कि औरंगाबाद जिला के ओबरा थाना अंतर्गत ग्राम पंचायत बेल के गांव नारोला निवासी अत्यंत पिछड़ी जाति के श्री यमुना साव ने मुझे अपने मोबाइल नंबर 7352 073 404 से अवगत कराया कि उनकी जमीन जिस पर टाइटल सूट चल रहा है को कब्जा किया जाने लगा तो उन्होंने निरोधात्मक कार्रवाई हेतु पुलिस हेल्पलाइन के उक्त नंबर पर फोन किया तथा ओबरा थाना जाकर आवेदन पत्र भी दिया।
किंतु पुलिस ने स्थल पर जाकर निरीक्षण करने का और आवश्यक कार्रवाई करने का काम नहीं किया। श्री यमुना साव ने अवगत कराया कि उनके द्वारा सुबह के 7:00 बजे से लेकर दिन के 10:00 बजे तक मोबाइल नंबर 7352 073 404 से कई कई बार पुलिस हेल्पलाइन नंबर 112 पर मदद के लिए गुहार लगाई गई। किंतु सिर्फ इतना ही कहा गया कि आपका शिकायत पंजीकृत कर लिया गया है कार्रवाई होगी। यमुना साव ने अवगत कराया कि उनका पूरा परिवार दहशत में है तथा उन्होंने अभी आगे कहा इस जमीन पर दबंग लोगों को पुलिस की मदद से ही कब्जा करने के प्रयास में सफलता मिली है।जिसके विरूद्ध वह अनुमंडलीय सिविल कोर्ट गए हैं। जहां सुनवाई के लिए उनका याचिका स्वीकृत कर लिया गया है।
ऐसी स्थिति में न्यायालय के अंतिम आदेश होने के प्रत्याशा में पुलिस को निरोधात्मक कार्रवाई करना चाहिए था। खैर जो भी हो इतना तो तय है किस बात से स्पष्ट हो जाता है कि जिसकी लाठी उसकी भैंस वाली कहानी का चरितार्थ आज सुशासन कि कहे जाने वाली सरकार में हो रहा है। जमीन पर जल्दीबाजी में कब्जा करने के लिए लोहे का रॉड लगाकर अल्बेस्टर से ब्रांड आया कमरा बनाए जाने की तैयारी हो रही है जिसमें पुलिस खामोश है। जो कोई संदेह उत्पन्न करता है? यमुना साव का कथन है सत्ता पक्ष के लोगों के दबाव पर पैरवी पर यह सब कुछ हो रहा है।
मैं माननीय मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव एवं बिहार के पुलिस महानिदेशक को उनके व्हाट्सएप पर अभी रात्रि के 11:32 पर यह संवाद प्रेषित कर रहा हूं। यह ज्ञातव्य हो कि इस मामले में मगधाचल समग्र विकास समिति के अध्यक्ष डॉक्टर संजय रघुवर ने 25 जून की रात्रि को व्हाट्सएप पर अपने ग्रुप समाजवादी विचार यात्रा में टिप्पणी की थी। जिसकी प्रति शिकायत के रूप में पुलिस महानिदेशक बिहार के व्हाट्सएप पर प्रेषित किया था। जिस पर पुलिस महानिदेशक कार्यालय ने आज सुबह यानी 26 जून की सुबह संज्ञान लेते हुए डॉ संजय रघुवर को अवगत कराया है कि उनके व्हाट्सएप से प्राप्त शिकायत को पुलिस अधीक्षक औरंगाबाद, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, दाउदनगर, थानाध्यक्ष दाउदनगर के व्हाट्सएप पर विधि सम्मत कार्रवाई हेतु भेजा गया है।
उन्होंने उम्मीद जताई है कि पुलिस महानिदेशक कार्यालय के निर्देश के आलोक में निश्चित रूप से जांच उपरांत विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी और तत्काल व्हाट्सएप देखने के लिए उस पर कार्रवाई करने के लिए पुलिस महानिदेशक कार्यालय को धन्यवाद भी दिया है।